भारत में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कई भव्य मंदिर हैं. हर एक मंदिर की भव्यता की अलग कहानी है. कई मंदिरों में बेशकीमती रत्न जड़े हैं और कुछ मंदिर बड़े होने की वजह से भक्तों को आकर्षित करते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं फिर भी दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर भारत में नहीं है, बल्कि दूसरे देश में है. जी हां, ये बात सुनने में अजीब है मगर कहा जाता है कि सबसे बड़ा हिंदू मंदिर हिंदुस्तान के बाहर है. 


ऐसे में सवाल है कि आखिर सबसे बड़ा हिंदू मंदिर किस देश में है और इस मंदिर को लेकर क्या कहानी है. इसके अलावा लोग जानना चाहते हैं कि इस देश में किस वजह से इतना बड़ा हिंदू मंदिर बनाया गया है. तो जानते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें...


कहां है ये मंदिर?


दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कंबोडिया में है. इसे अंगकोर वाट मंदिर नाम से जाना जाता है, क्योंकि ये मंदिर कंबोडिया के अंगकोर नगर में बनाया गया है. इस मंदिर की खास बात ये है कि इस मंदिर को यूनेस्को की ओर से वर्ल्ड हैरिटेज साइट यानी विश्व धरोहर स्थल के रुप में मान्यता मिली हुई है. बता दें कि इसका निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था और ये सूर्यवर्मन द्वितीय ने बनाया था. 


कितना बड़ा है ये मंदिर?


अगर इसके सबसे बड़े होने की चर्चा करें तो ये मंदिर हजारों वर्ग मील में फैला हुआ है. रिपोर्ट्स के अनुसार ये 620 एकड़ या 162.6 हेक्टेयर में फैला हुआ है. इसके साथ ही ये मंदिर कंबोडिा का राष्ट्रीय प्रतीक भी है. इस मंदिर में कुल 9 शिखर है, जो अपने आफ में काफी भव्य हैं और मंदिर की दीवारों पर कई मूर्तियां और हिंदू धर्मग्रंथों के प्रसंगों का चित्रण मिलता है. यूनेस्को की वेबसाइट पर भी इसकी कई तस्वीरें मौजूद हैं. 


हालांकि, इसके हिंदू मंदिर होने को लेकर अलग अलग फैक्ट हैं. कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पहले इसे एक हिंदू मंदिर के रूप में इसका उपयोग किया था, लेकिन बाद में बौद्ध भिक्षुओं ने अपने कब्जे में ले लिया. नेशनल ज्योग्राफिक की रिपोर्ट के अनुसार, अंगकोर वाट कंबोडिया के सभी मंदिरों में सबसे प्रसिद्ध है. 12वीं शताब्दी में इसे हिंदू भगवान विष्णु की अराधना को लेकर बनाया गया था. 


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