लॉरेंस बिश्नोई, एक कुख्यात गैंगस्टर है जो वर्तमान में जेल में बंद है. लेकिन हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या और सलमान खान को धमकियां देने के मामले में उसकी गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है. लॉरेंस बिश्नोई जेल के अंदर से ही अपने गिरोह को निर्देशित कर रहा है और कई अपराधों को अंजाम दे रहा है. यह मामला न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि आखिर जेल की सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर क्यों है? इसके अलावा सवाल ये भी है कि क्या लॉरेंस के जेल में रहते हुए ही अपराध बढ़ रहे हैं. चलिए जान लेते हैं.


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क्या जेल में रहते हुए बढ़ सकती है सजा?


लॉरेंस बिश्नोई ने हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. इसके बाद लगातार सलमान खान को धमकियां मिल रही हैं. इसके अलावा भी ऐसे कई अपराध हैं जिनमें लॉरेंस बिश्नोई का हाथ बताया जाता है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब लॉरेंस जेल में बंद है तो फिर वो इस तरह के अपराध में कैसे शामिल हो सकता है? तो बता दें कि जब हमने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे वकील ध्रव गुप्ता से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि किसी भी मामले में जेल में बंद कैदी का नाम किसी और अपराध में भी शामिल होता है तो उस मामले में पहले सबूत जुटाए जाते हैं और फिर केस दर्ज किया जाता है और उसके अनुसार उसपर मुकदमा चलता है.


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ध्रुव गुप्ता के अनुसार, लॉरेंस के मामले में भी कुछ ऐसा ही है. उसका नाम जेल में रहते हुए किसी दूसरे अपराध में शामिल होता है तो बाहर जो लोग उसके नाम पर अपराध कर रहे हैं पहले उन लोगों को पकड़ा जाएगा, फिर सबूत इकट्ठा किए जाएंगे और फिर इस मामले पर अलग से चार्जशीट दायर की जाएगी और फिर उसपर अलग मुकदमा चलेगा, लेकिन ऐसे मामलों में जेल में रहते हुए उसकी सजा नहीं बढ़ाई जा सकती.                                  


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