बाबा सिद्दीकी की हत्या और सलमान खान को धमकी देने के चलते इन दिनों लॉरेंस बिश्नोई खासा सुर्खियों में है. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद गैंगस्टर के चर्चे भारत ही नहीं बल्कि कनाडा तक हैं. लॉरेंस बिश्नोई अपने अपराधों के अलावा एक और वजह से चर्चाओं में रहता है और वो है उसकी मूछें. जी हां, लॉरेंस बिश्नोई की तरह मूछें आज के युवा भी रखना चाहते हैं. वो जहां भी दिखता है अपनी मूछों को ताव देता हुआ नजर आता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई कैसे जेल में रहते हुए भी लॉरेंस कैसे मूछें रख लेता है और जेल में दाढ़ी और हेयरस्टाइल को लेकर क्या नियम हैं.


यह भी पढ़ें: तूफान दाना की रफ्तार 100 किमी प्रतिघंटे के पार, जानें कितनी तेज हवा में उड़ जाता है इंसान


भारतीय जेलों में हेयरस्टाइल और दाढ़ी के नियम


भारतीय जेलों में कैदियों के लिए हेयरस्टाइल और दाढ़ी को लेकर कोई एक तरह के नियम नहीं हैं. हर राज्य और जेल में कैदियों के लिए अलग नियम हो सकते हैं. हालांकि कुछ आम नियम हैं जिनका लगभग हर जगह पालन किया जाता है. जैसे जेलों में सुरक्षा का पहलू सबसे महत्वपूर्ण होता है. इसलिए कैदियों को ऐसे हेयरस्टाइल रखने की अनुमति नहीं होती जो उनकी पहचान छिपाने में मदद कर सकें या भागने में आसानी प्रदान कर सकें. साथ ही कैदियों को साफ रहने के लिए कहा जाता है और इसलिए उन्हें रोज बाल और दाढ़ी कटवाने की जरुरत होती है. वहीं जेलों में समानता लाने के लिए, सभी कैदियों को एक ही तरह का हेयरस्टाइल रखने के लिए कहा जा सकता है. हालांकि कुछ धर्मों में बालों और दाढ़ी को खास महत्व दिया जाता है. ऐसे मामलों में जेल प्रशासन कैदियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए कुछ छूट दे सकता है.


यह भी पढ़ें: किसी देश को कैसे मिलती है तूफान का नाम चुनने की जिम्मेदारी, क्या इसकी भी है कोई लिस्ट?


लॉरेंस बिश्नोई के मामले में क्या हुआ?


लॉरेंस बिश्नोई के मामले में यह संभव है कि जेल प्रशासन ने उसे कुछ छूट दी हो या फिर उसने किसी तरह से नियमों का पालन नहीं किया हो. यह भी हो सकता है कि जेल में उनके प्रभाव के कारण उसे खास व्यवहार मिल रहा हो.


हालांकि अलग-अलग देशों में भी जेलों में कैदियों के लिए हेयरस्टाइल और दाढ़ी के नियम अलग-अलग होते हैं. कुछ देशों में कैदियों को अपने बाल और दाढ़ी बहुत छोटे रखने के लिए कहा जाता है, जबकि कुछ देशों में कैदियों को अपने बालों को लंबा रखने की अनुमति होती है.


यह भी पढ़ें: भारत में सीवर साफ करते वक्त हर साल जान गंवाते हैं सैकड़ों लोग, जानें पाकिस्तान में कैसे होता है यह काम?