Mumbai Underworld: मुंबई समेत पूरे देशभर में फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई का नाम खूब चर्चा में है, जिन लोगों को नहीं पता है कि ये कौन है वो गूगल पर जाकर इसके बारे में जानकारी ले रहे हैं. वहीं जिन लोगों को इसकी दहशत का पता है वो गुस्से में हैं और इसके पूरे गैंग के खात्मे की बात कर रहे हैं. बिश्नोई एक गैंगस्टर है, जो जेल से ही अपना अपराध का नेटवर्क चलाता है. इस गैंगस्टर ने सिद्धू मूसेवाला के बाद अब मशहूर पॉलिटिशियन बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम दिया है. हालांकि बॉलीवुड और मुंबई के लिए ये सब नया नहीं है, एक दौर था जब पूरे मुंबई पर अंडरवर्ल्ड का राज हुआ करता था. 


सलमान खान के पीछे पड़ा है बिश्नोई
ये पूरा मामला बॉलीवुड से इसलिए जुड़ा है क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई पिछले कई सालों से एक्टर सलमान खान के पीछे पड़ा है. उसका कहना है कि सलमान ने काले हिरण की हत्या कर बिश्नोई समाज को ठेस पहुंचाई है, जिसकी उन्हें माफी मांगनी होगी. हालांकि सलमान खान ने माफी नहीं मांगी, जिसके बाद पहले एक्टर के घर पर गोलीबारी हुई और अब कुछ ही दिन बाद उनके खास दोस्त बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया गया कि ये मैसेज सलमान खान के लिए था कि अगर वो माफी नहीं मांगते हैं तो उन पर या उनके करीबियों पर हमले जारी रहेंगे. 


अंडरवर्ल्ड के साये में था बॉलीवुड
लॉरेंस बिश्नोई तो गैंगस्टर है, जो अपने कुछ शूटर्स के जरिए अपराध को अंजाम देता है. लेकिन एक दौर था जब पूरा मुंबई और बॉलीवुड अंडरवर्ल्ड के साये में जीता था. 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की तूती बोलती थी और उसके एक इशारे पर हर काम होता था. बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी दाऊद की पूरी हिस्सेदारी थी और वो फिल्मों में खुद काफी दिलचस्पी रखता था. कुछ बॉलीवुड हसीनाओं के साथ तो उसके इश्क के किस्से भी खूब चर्चा में रहे. 


दाऊद मुंबई के डॉन करीम लाला की गैंग का एक गुर्गा हुआ करता था, लेकिन अपराध की इस दुनिया में उसने तरक्की की सीढ़ियां तेजी से चढ़ीं और बॉलीवुड से लेकर शेयर बाजार तक उसकी तूती बोलने लगी. इसके बाद वो विदेश भाग गया, लेकिन वहीं बैठे उसने भारत में कई बड़े हमले करवाए और हत्याओं को अंजाम भी दिया. 


जमकर चलता था वसूली का कारोबार
दाऊद के इशारे पर पूरी डी कंपनी वसूली का कारोबार चलाती थी, जितने भी रईस लोग होते थे, उनसे लाखों रुपये की वसूली की जाती थी. बॉलीवुड में भी जो सितारे आसमान में चमकने लगते, उन पर भी डी कंपनी की काली परछाई पड़ जाती थी. ज्यादातर सेलेब्स जान के डर से पैसे भी दे देते, वहीं जिन लोगों ने ऐसा करने से इनकार किया, उन्हें दाऊद ने खत्म करवा दिया. गुलशन कुमार भी ऐसे ही लोगों में शामिल थे. बड़ी हस्तियों पर ऐसे हमलों ने दाऊद का खौफ और भी ज्यादा बढ़ा दिया और उसके नाम से वसूली का धंधा और भी ज्यादा चलने लगा. 


हालांकि मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद की गैंग का मायानगरी से लगभग पूरी तरह से सफाया शुरू हो गया. कई सालों की दहशत के बाद आखिरकार दाऊद की दहशत का साया मुंबई से उठ गया. हालांकि अब पुलिस और एजेंसियों के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है, जिससे निपटना बेहद जरूरी हो गया है. 


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