परमाणु हथियारों से हमला तो दूर... अगर संयंत्र से रिसाव भी हुआ तो होगा ये हाल
इजरायल ने ईरान पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया है. हमले वाली जगह पर ईरान का एक बड़ा परमाणु संयंत्र स्थित है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि यदि परमाणु गैस का रिसाव भी हुआ तो कितनी तबाही होगी.
Israel Iran War: इजरायल और ईरान में फिलहाल युद्ध की स्थिति है. ईरान के हमले के बाद शुक्रवार की सुबह इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की. जिसमें इजरायल ने ईरान के इस्फाहन शहर पर मिसाइल ड्रोन से हमलला किया. ये जगह खतरनाक इसलिए हैै क्योंकि यहां ईरान का एक बड़ा परमाणु संयंत्र स्थित है.
इस बात की आशंका जताई जा रही है कि इजरायल ने इस परमाणु संयंत्र को ही निशाना बनाया था. वहीं ईरान की अर्ध सरकारी एजेंसी तस्नीम ने ऐसे किसी हमले से इंकार करते हुए परमाणु संयंत्र को पूरी तरह सुरतक्षित बताया है, लेकिन यदि इस परमाणु संयंत्र पर हमला होना तो दूर यदि इस संयंत्र से परमाणु गैस का रिसाव भी हुआ तो कितना नुकसान होगा तब भी कितना बुरा हाल हो सकता है. चलिए जानते हैं.
परमाणु संयंत्रों पर हमला हुआ तो क्या होगा?
परमाणु हथियार से यदि किसी देश पर हमला किया जाए तो उसका हाल क्या होगा इसका उदाहरण जापान के हिरोशिमा और नागासाकी हैं. ये रेडियोएक्टिव किसी शहर को खत्म कर सकते हैं साथ ही उस जगह की आने वाली पीढ़ियों पर भी इसका असर पड़ सकता है. वहीं परमाणु संयंत्र से रिसाव होने पर क्या होगा इस बात का अंदाजा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एटम प्रोजेक्ट में परमाणु पॉलिसी पर रिसर्च कर रहीं मारियाना बजरिन की बात से लगाया जा सकता है.
बीबीसी से हुई बातचीत में मारियाना ने बताया कि यदि एक बार परमाणु संयंत्र का रेडियोएक्टिव मैटेरियल वातावरण में फैला तो उसके बाद जो होगा वो हवा की दिशा से तय होगा. उन्होंनेे चर्नोबि की घटना को याद करते हुए कहा कि जब जब साल 1986 में तत्कालीन सोवियत संघ का हिस्सा रहे यूक्रेन में चेर्नोबिल प्लांट बिजील गुल हो जाने के चलते पिघल गया था तो इससे मौके पर ही 30 लोगों की जान चली गई थी.
कहां तक पहुंच गया था चेर्नोबिल का रेडियोएक्टिव?
मारियाना ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि उस समय पूरे यूरोप पर रेडियोएक्टिव बादल छा गए थे. रेडियोएक्टिव मैटेरियल बेलारूस, केंद्रीय यूरोप, उत्तरी यूरोप से आगे ब्रिटेन और आयरलैंड तक फैल गया था. उनकेे अनुसार, परमाणु संयंत्र से रिसाव परमाणु हमले के रिसाव जितना खतरनाक नहीं होता, लेकिन यदि ऐसा होता है तो इसका असर लंबे समय तक रहता है.
जो इंसान, जमीन, खाने पीने केे सामान पर भी होता है. परमाणु हथियार से हमला किया जाए या इससे रिसाव की घटना हो, हर स्थिति में इंसान की जान को खतरा बना ही रहता है.
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