Bharat Ratna: भारत में हाल ही में लालकृष्ण आडवाणी के बाद स्वामीनाथन, चौधरी चरण सिंह और नरसिम्हा राव को भी भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया है. इस अवॉर्ड को पाने वाला व्यक्ति अपने जीवन में देश के हित में सर्वोच्च कार्य किया होता है, लेकिन क्या आपको पता है पाकिस्तान का सबसे बड़ा सम्मान क्या है. दरअसल पाकिस्तान में सबसे बड़ा सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान होता है.
किन लोगों दिया जाता है पाकिस्तान का सबसे बड़ा सम्मान
भारत में देश के लिए बड़ा कार्य करने वाले लोगों को सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जाता है तो वहीं पाकिस्तान मेें निशान-ए-पाकिस्तान उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने राष्ट्र हित में सर्वोच्च विशिष्टता की सेवाएं प्रदान की होती हैं. इस सम्मान से पाकिस्तानी ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के बाहरी नागरिकों को भी सम्मानित किया जाता है. इसी कड़ी में कुछ भारतीयों को भी पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका है.
कितने भारतीयों को मिला निशान-ए-पाकिस्तान
बता दें पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान से अबतक 4 भारतीयों का नवाजा जा चुका है. जिसमें सबसे पहला नाम भारतीय पर्सर निरजा भरोट का है. साल 1987 में नीरजा भरोट को इस सम्मान से नवाजा गया था और ये सम्मान पाने वालीं वो पहली भारतीय थीं.
साल 1990 में भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था. वो ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न और पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान दोनों से सम्मानित किया गया था.
14 अगस्त 2020 को फिर ये सम्मान एक भारतीय और कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को मिला था.
5 दिसंबर 2023 को दाऊदी बोहरा समुदाय के ननेता मुफद्दल सैफुद्दीन को भी निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था. इस तरह पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान अबतक 4 भारतीय लोगों को मिल चुका है.
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