आजकल चॉकलेट प्रोडक्ट कई कारणों से चर्चा में हैं. इस चर्चा का कारण है इन प्रोडक्ट्स में मिलने वाला एक बैक्टीरिया. प्रोडक्ट्स में ये बैक्टीरिया मिलने की वजह से मार्केट से हजारों प्रोडक्ट्स तो हटा दिए गए हैं. इस पर कंपनी ने चेतावनी जारी की थी कि जिन लोगों के पास अभी भी प्रोडक्ट हैं, वो उन्हें न खाएं या बदले में उसे वापस करके रिफंड ले सकते हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है और ये बैक्टीरिया कितना खतरनाक है.
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
दरअसल, यह बात ब्रिटेन की है. कंपनी ने ब्रिटिश सुपरमार्केट से अपने हजारों प्रोडक्ट हटा लिए हैं. जिस बैक्टीरिया की वजह से यह कदम उठाया गया है, उसका नाम लिस्टेरिया है. ब्रिटेन में लिस्टेरिया संक्रमण के कारण कई लोग अलर्ट हो गए हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में इसका खतरा सबसे ज्यादा रहता है, क्योंकि इनकी इम्युनिटी आमतौर पर कमजोर होती है. आइए समझते हैं कि लिस्टेरिया क्या है और कितना खतरनाक है.
क्या है लिस्टेरिया?
लिस्टेरिया इंसान समेत स्तनधारियों में पाया जाने वाला एक बैक्टीरिया है. इसके संक्रमण को लिस्टेरियोसिस कहा जाता है. अमेरिकी एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार, हड्डियों, जोड़ों, सीने और पेट पर इसके संक्रमण का असर सीधे तौर पर दिखता है. यह मिट्टी, पानी और जानवरों की आंतों में पाया जाता हैं. WHO के मुताबिक, हर साल 10 लाख लोगों में से इसके 0.1 से 10 मामले सामने आते हैं.
कैसे फैलता है संक्रमण?
लिस्टेरिया संक्रमण फैलने की वजह लिस्टेरिया मोनोसायटोजींस नाम का बैक्टीरिया होता है और यह आमतौर पर संक्रमित फूड से फैलता है. WHO के मुताबिक, इस बैक्टीरिया के संक्रमण का सबसे अधिक खतरा तब होता है, जब डेयरी प्रोडक्ट को ठीक से पकाया न गया हो या फिर उसमें कच्ची सब्जियों और मीट का इस्तेमाल किया जाए.
क्यों फैलता है?
WHO के मुताबिक, यह बैक्टीरिया जानवरों में भी होता है. संक्रमित जानवरों के मांस का इस्तेमाल करने पर यह इंसानों तक भी पहुंच सकता है. हैरानी की बात यह है कि संक्रमित जानवर में इसके किसी तरह के लक्षण नहीं दिखते हैं. लिस्टेरिया फ्रिज में भी बरकरार रह सकता है और यह कई सालों तक खुद को जिंदा रख सकता है.
कितना खतरनाक है?
CDC के मुताबिक, लिस्टेरियोसिस के लक्षण मरीजों में अलग-अलग हो सकते हैं. आमतौर पर इसके लक्षणों में उल्टी, मांसपेशियों में दर्द और बुखार आदि शामिल हैं. लिस्टेरिया ब्लड में मिलकर ब्रेन पर भी असर कर सकता है. सीडीसी के मुताबिक, अमेरिका में हर साल लिस्टेरियोसिस के करीब 1600 मामले आते हैं. WHO के मुताबिक, लिस्टेरियोसिस एक बीमारी गंभीर है. हालांकि, एंटीबायोटिक्स के जरिए इसका इलाज संभव है.
यह भी पढ़ें - कैसे होगी ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स की ताजपोशी... पहले फॉलो करने पड़ेंगे ये खास रीति रिवाज