कम से कम कितने वोटर्स के लिए पोलिंग बूथ बना देता है चुनाव आयोग, बेहद काम की है आपके अधिकार की यह बात
देश में चुनाव का माहौल है. अगले चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होने वाली है. इस बीच चलिए आज जानते हैं कि किसी भी पोलिंग बूथ को बनाने के लिए कम से कम कितने वोटर्स होने जरूरी होता है.
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. 543 लोकसभा सीटों के लिए 7 चरणों में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान होने के बाद 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा. मतगणना के लिए सभी पोलिंग बूथ भी तैयार कर लिए गए हैं. ऐसे में चलिए हम जानते हैं कि आख़िर एक पोलिंग बूथ को बनाने के लिए वहां कितने वोटर्स का होना ज़रूरी है.
पोलिंग बूथ बनाने के लिए कितने वोटर्स का होना है जरूरी?
वोट कलेक्ट करने के लिए पोलिंग बूथ बनाए जाते हैं. जहां मतदाता जाकर अपने पसंदीदा कैंडिडेट को वोट देता है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर एक पोलिंग बूथ बनाने के लिए कितने वोटर्स होने जरूरी होते हैं. तो बता दें कि एक वोटर के लिए भी चुनाव आयोग पोलिंग बूथ बना देता है.
दरअसल गिर जंगल के अंदरूनी हिस्से में नेशनल पार्क के बिल्कुल अंदर सिर्फ़ एक वोटर के लिए पोलिंग बूथ बनाया जाता है. ये जूनागढ़ से 110 किलोमीटर की दूरी पर पौराणिक मंदिर के पास स्थित है. इसे बाणगंगा के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर के महंत हरिदास बार्ज पोलिंग बूथ के इकलौते मतदाता हैं. गिर सोमनाथ के जिला प्रशासक अधिकारी ने बार्ज मंदिर का जायजा लिया और मतदाता की व्यवस्था के बारे में चर्चा की.
साल 2002 से बन रहा ये ख़ास पोलिंग बूथ
इस जगह पर चुनाव आयोग साल 2002 से ख़ास पोलिंग बूथ बनाता आया है. इस बार भी 7 मई को यहां पोलिंग बूथ बनाया गया था. जिसमें यहां इकलौते वोटर हरिदास मतदान करते हैं.
यहां चुनाव आयोग बकायदा 5 से 8 लोगों की टीम भेजकर स्पेशल बूथ बनाता है. साथ ही वोटिंग के लिए भी यहां ख़ास टीम तैनात रहती है. बता दें कि गिर जंगल एशियाई शेरों के लिए जाना जाता है. ऐसे सुदूर जंगल में खूंखार वन्यजीव होने के बावजूद मंदिर के महंत यहां अकेले ही रहते आए हैं. वो हर बार मतदान करने भी आते हैं और लोगों को भी प्रेरित करते थे.
यह भी पढ़ें: ATM से पैसे निकालते वक्त जो पैसे गिनने की आवाज आती है, वो नोट की नहीं होती... फिर किसकी होती है?