साल का आखिरी चंद्र ग्रहण यहां से देख सकते हैं लाइव, बस लिंक पर करना है क्लिक
भारतीय समय के अनुसार, आप ये चंद्र ग्रहण 18 सितंबर की सुबह 6 बज कर 12 मिनट से देख पाएंगे. सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक ये चंद्र ग्रहण चलेगा.
साल 2024 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने में अब कुछ ही वक्त बचे हैं. ब्रह्मांड की इस अलौकिक घटना को अगर आप लाइव देखना चाहते हैं तो हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता सकते हैं, जहां से आप इसे लाइव देख सकते हैं.
आपको बता दें, ये चंद्र ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप और हिंद महासागर के अलावा अटलांटिक महासागर और अंटार्कटिका की कुछ जगहों पर नजर आएगा. लेकिन, भारत में ये नहीं देखा जा सकेगा. हालांकि, अगर आप चाहें तो भारत में रहते हुए भी ऑनलाइन इस ग्रहण को देख सकते हैं.
कहां देख सकते हैं लाइव
भारतीय समय के अनुसार, आप ये चंद्र ग्रहण 18 सितंबर की सुबह 6 बज कर 12 मिनट से देख पाएंगे. सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक ये चंद्र ग्रहण चलेगा. अगर आप इस चंद्र ग्रहण को देखना चाहते हैं तो आप नासा की आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर जाकर इसे देख सकते हैं. इसके अलावा आप इस लिंक पर भी क्लिक कर के साल के आखिरी ग्रहण को देख सकते हैं.
चंद्र ग्रहण की घटना होती कैसे है?
चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है. यह घटना केवल उस समय होती है जब पूर्णिमा का समय होता है और सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं. आसान भाषा में समझाएं तो जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आते हैं, तो सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक पहुंचने से पहले पृथ्वी द्वारा रुक जाती है. इस स्थिति में, पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है, जिससे चंद्रमा आंशिक या पूर्ण रूप से धुंधला दिखने लगता है. यह स्थिति आम भाषा में चंद्र ग्रहण कहलाती है.
ये भी पढ़ें: पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक, दुनिया के इन देशों के झंडे पर क्यों बने हैं सितारे?
तीन प्रकार का हो सकता है चंद्र ग्रहण
आपको बता दें, चंद्र ग्रहण तीन प्रकार का हो सकता है. पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण. इसमें चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में चला जाता है. दूसरा आंशिक चंद्र ग्रहण. इसमें चांद का कुछ हिस्सा ही पृथ्वी की छाया से ढका होता है. तीसरा उपछाया यानी पेनुम्ब्रल चंद्र ग्रहण. इसमें चंद्रमा पृथ्वी की बाहरी हल्की छाया (उपछाया) में से होकर गुजरता है. इस ग्रहण में चंद्रमा पर हल्का सा अंधेरा छा जाता है.
ये भी पढे़ं: क्या करोड़ों का फाइटर प्लेन क्रैश होने के बाद उसके पायलट को मिलती है कोई सजा? जान लीजिए जवाब