इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात एक नई मिसाल पेश कर रहा है. दरअसल, इस देश में पहला हिंदू मंदिर बना है. ये मंदिर इतना विशाल और भव्य बना है कि इसकी तस्वीरें देख कर आप हैरान रह जाएंगे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को करेंगे. चलिए अब आपको हम उन शख्स के बारे में बताते हैं, जिन्होंने दुबई में इतने बड़े मंदिर को बनवाने का जिम्मा उठाया.


कौन हैं वो शख़्सियत


हम जिस महान शख़्सियत की बात कर रहे हैं वो महंत स्वामी महाराज (स्वामी केशवजीवनदासजी) हैं. ये बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु हैं. महंत स्वामी महाराज का जन्म 13 सितंबर 1933 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था. इनकी माता का नाम दहिबेन और पिता का नाम मणिभाई नारायणभाई पटेल था.


स्कूली पढ़ाई ईसाई स्कूल में हुई


महंत स्वामी महाराज अपने छात्र जीवन में मेधावी छात्र थे. उनकी शुरुआती पढ़ाई जबलपुर में ही हुई. वहीं उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई जबलपुर के क्राइस्ट चर्च बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की थी. पढ़ाई के बाद, महंत स्वामी महाराज अपने मूल शहर गुजरात के आणंद आ गए.


यहां उन्होंने कृषि महाविद्यालय में एडमिशन लिया और अपनी पढ़ाई पूरी की. पढ़ाई के दौरान ही महंत स्वामी महाराज जी की मुलाकात ब्रह्मस्वरूप शास्त्रीजी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी योगीजी महाराज से हुई. बाद में इन्होंने ही महंत स्वामी महाराज को आध्यात्म का रास्ता दिखाया.


700 करोड़ में बना मंदिर


संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी के पास इस भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. अबू धाबी के पास स्थित ये मंदिर ना केवल इस देश में अपनी तरह का पहला मंदिर है, बल्कि पश्चिम एशिया में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर भी है. पूरी दुनिया में इसे BAPS हिंदू मंदिर के तौर पर जाना जा रहा है. वहीं आपको बता दें, मंदिर के निर्माण में 700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. अगर इस मंदिर की सही लोकेशन की बात करें तो ये अबू धाबी शहर से 50 किलोमीटर बाहर मौजूद है.


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