Malaika Arora Father Death: मलाइका अरोड़ा के पिता का निधन हो गया है. उनके पिता अनिल अरोड़ा ने बांद्रा में अपने घर की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि ये घटना सुबह 9 बजे की है. पिता के निधन की खबर सुनते ही एक्ट्रेस पुणे से मुंबई के लिेए रवाना हो गई हैं. अनिल अरोड़ा ने आत्महत्या क्यों की अभी कारणों का पता नहीं चल पाया है. कहा जा रहा है कि वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. ऐसे में सवाल ये उठता है कि भारत में हर दिन कितने लोग आत्महत्या कर अपनी जिंदगी खत्म कर लेते हैं.
देश में हर दिन इतने लोग करते हैं आत्महत्या
सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा इकट्ठा किए गए आंकड़े ये बताते हैं कि भारत में हर रोज कितने लोग आत्महत्या करते हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक, 2021 में भारत में आत्महत्या की कुल 1,64,033 घटनाएं दर्ज की गई थीं. इसका औसत लगभग 450 आत्महत्याएं प्रतिदिन होता हैं. ये संख्या हमें यह बताती है कि हर दिन भारत में कितने लोग आत्महत्या की सोच से प्रभावित होते हैं और जीवन की कठिनाइयों का सामना करते हैं.
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क्या होते हैं आत्महत्या के ज्यादातर कारण?
आत्महत्या के पीछे कई सामाजिक, आर्थिक, और व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं. जैसे बेरोजगारी, कर्ज, और वित्तीय समस्याएं आत्महत्या की प्रमुख वजहों में से एक हैं. कई लोग आर्थिक तंगी के चलते मानसिक तनाव का सामना करते हैं, जो आत्महत्या की ओर ले जा सकता है. मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं जैसे कि अवसाद, चिंता और बायपोलर डिसऑर्डर, आत्महत्या की संभावना को बढ़ा सकते हैं. इन मानसिक स्थितियों से पीड़ित लोग अक्सर अपने आप को अकेला और निराश महसूस करते हैं. पारिवारिक विवाद, सामाजिक अस्वीकृति और रिश्तों की समस्याएं भी आत्महत्या के कारण हो सकते हैं. सामाजिक समर्थन की कमी और पारिवारिक असंतुलन भी मानसिक तनाव को बढ़ाते हैं.
खासकर युवाओं में शिक्षा और करियर के दबाव आत्महत्या की प्रवृत्ति को प्रभावित कर सकती है. परीक्षा में असफलता, करियर की अनिश्चितता और लाइफ से ज्यादा उम्मीदें भी आत्महत्या का कारण बन सकती हैं. इसके अलावा गंभीर और लंबे समय तक रहने वाली बीमारियां जैसे कि कैंसर या ऐसी बीमारियां जिनका इलाज संभव नहीं हैं, भी आत्महत्या की ओर ले जा सकती हैं. शारीरिक दर्द और अच्छी लाइफस्टाइल न होना भी इस परेशानी को जन्म देती है.
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