मारा सलवाट्रूचा और 18 स्ट्रीट... ये हैं दुनिया के सबसे खतरनाक गैंग
कहा जात है कि इन गैंग्स में जिस अपराधी ने सबसे ज्यादा हत्याएं की होती हैं, उसके शरीर पर उतने ज्यादा टैटू बने होते हैं. यानी हर हत्या के बाद एक टैटू बनवाया जाता है.
भारत में जब आप बड़े अपराधियों की बात करते हैं तो दो तीन नाम सबसे पहले जुबान पर आते हैं. जैसे दाऊद इब्राहिम या फिर छोटा राजन. लेकिन जब हम दुनिया के सबसे खुंखार गैंग्स की बात करते हैं तो उनमें मारा सलवाट्रूचा और 18 स्ट्रीट जैसे गैंग्स का नाम आता है. इन दोनों गैंग्स के अपराधी इतने क्रूक होते हैं कि अपने दुश्मनों को तड़पा तड़पा कर मारते हैं. सबसे बड़ी बात है कि ये दोनों गैग एक ही देश के हैं और वहीं से ये पूरी दुनिया में अपना सिक्का चलाते हैं. इनके बारे में कहा जाता है कि ये गद्दारी करने वाले लोगों को कहीं से भी ढूंढ कर खत्म कर देते हैं. चलिए आपको इन दोनों गैंग्स के बारे में बताते हैं.
किस देश के हैं ये गैंग्स
दरअसल, मारा सलवाट्रूचा और 18 स्ट्रीट ये दोनों ही गैंग्स सेंट्रल अमेरिका के एक छोटे से देश एल साल्वाडोर के हैं. इस देश में इनके नाम का खौफ तो चलता ही है, यहां से बाहर भी लोग इनसे डरते हैं. ये गैंग्स इतने खतरनाक हैं कि खुद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन्हें बेहद खतरनाक बताया था. एल साल्वाडोर के अलावा ये अमेरिका में भी अपनी पहुंच रखते हैं. वहां होने वाले संगठित अपराध और ड्रग्स की स्मगलिंग में इनका हाथ होता है. यही वजह है कि समय-समय पर अमेरिकी एजेंसियां और पुलिस इनके सदस्यों पर कार्रवाई करती रहती हैं.
जितनी हत्याएं उतने टैटू
मारा सलवाट्रूचा और 18 स्ट्रीट ऐसे तो दोनों गैंग्स अलग-अलग हैं और अलग-अलग तरह से ऑपरेट करती हैं. लेकिन इनमें एक चीज कॉमन है, वो है इनके शरीर पर बने कई तरह के टैटू. कहा जात है कि इन गैंग्स में जिस अपराधी ने सबसे ज्यादा हत्याएं की होती हैं, उसके शरीर पर उतने ज्यादा टैटू बने होते हैं. यानी हर हत्या के बाद एक टैटू बनवाया जाता है. यही टैटू ही इन गैंग्स की पहचान है. आमलोग जब इन टैटू वाले लोगों को देखते हैं तो वो अपने आप सावधान हो जाते हैं. यहां तक कि एल साल्वाडोर की पुलिस भी इन गैंग्स से दूरी बना कर रखती है.
मारा सलवाट्रूचा गैंग
मारा सलवाट्रूचा गैंग को दुनिया को एमएस-13 गैंग के नाम से भी जानती है. कहा जाता है कि ये गैंग 18 स्ट्रीट से भी ज्यादा खतरनाक है. इस गैंग की शुरुआत 1980 के आसपास कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस में हुई. पहले इस गैंग में कुछ मेंबर्स थे, लेकिन धीरे-धीरे ये गैंग बड़ा होता गया और फिर इसने बड़े-बड़े अपराधों में अपने हाथ डालने शुरू कर दिए. बीते 40 साल से ज्यादा के समय में ये गैंग आज पूरी दुनिया में फैल चुकी है. इस गैंग के ज्यादातर अपराधी ग्वाटेमाल, साल्वाडोर और मैक्सिको मूल के हैं. इस गैंग से जुड़े एक अपराधी को कुछ सालों पहले गिरफ्तार किया गया था और उसे उसके अपराधों के लिए 1 हजार 310 साल की सजा सुनाई गई थी.
18 स्ट्रीट गैंग
18 स्ट्रीट गैंग की शुरुआत 1960 के आसपास हुई थी. इस गैंग को बारिओ 18 गैंग के नाम से भी जाना जाता है. कहा जाता है कि इस गैंग से लगभग 20 हजार से ज्यादा अपराधी जुड़े हैं. ये गैंग छोटे अपराधों से दूर रहता है, कहा जाता है कि जब कहीं कोई बड़ा अपराध होता है तो पुलिस की नजर सबसे पहले इस गैंग के सदस्यों की ओर जाती है. इस गैंग के तार मैक्सिको के ड्रग माफिया से जुड़े होने की बात भी कही जाती है. इस गैंग के बारे में कहा जाता है कि ये अपने दुश्मनों को अगर किडनैप करता है तो उन्हें लंबे समय तक कैद रखता है.
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