बारिश के लिए यहां मेंढक और मेंढकी की कराई जाती है शादी, जानिए क्या कहता है साइंस
मानसून आने के साथ ही सभी राज्यों में जमकर बारिश होती है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जगहों पर स्थानीय लोग बारिश कराने के लिए पूजा पाठ करते हैं , तो कुछ जगहों पर मेंढक और मेंढकी की शादी कराई जाती है.
मानसून आने के साथ ही भारत के अधिकांश राज्यों में जमकर बारिश होती है. कुछ राज्यों में तो इतनी बारिश होती है कि बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ राज्यों में सालों-साल बारिश नहीं होती है और वहां सूखा पड़ जाता है. लेकिन हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां बारिश कराने के लिए लोग मेंढक और मेंढकी की शादी कराते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से उनके यहां बारिश होती है.
बारिश
धरती पर सभी मौसमों का आना जरूरी होता है. इसमें बारिश भी शामिल है. वहीं अगर किसी जगह पर सालों-साल तक बारिश नहीं होती है, तो वहां सूखा पड़ने की स्थिति बन जाती है. बारिश आने से धरती पर मौजदू पेड़ों में दोबारा जान आ जाती है.
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बारिश के लिए उपाय
बारिश होना एक प्राकृतिक काम है. लेकिन कई बार कुछ इलाकों में बिल्कुल भी बारिश नहीं होती है. यही कारण है कि भारत में बारिश करवाने के लिए लोग तरह-तरह के विचित्र रिवाज अपनाते हैं, जिनके बारे में सुनकर आप हैरानी होती है. बता दें कि असम और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बरसात करवाने के लिए मेंढक और मेंढकी की पूरे विधि-विधान के साथ शादी कराई जाती है. गांव के लोगों का ऐसा मानना है कि अगर मेंढकों का यह जोड़ा साथ रहेगा, तो जल्द बारिश हो जाएगी. इसके बाद इस नवविवाहित जोड़े को आसमान की ओर उठाया जाता है, जिससे भगवान उन्हें देख सके. स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसा करने से इंद्र देव प्रसन्न होंगे और बारिश करेंगे.
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कर्नाटक में दूसरा तरीका
इसके अलावा कर्नाटक में लोग बारिश लिए गधों की शादी करवाते हैं. वहां के लोगों का मानना है कि ऐसा करने से जल्दी बारिश होगी. इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के शहर प्रयागराज में बारिश बुलाने के लिए एक बेहद विचित्र रिवाज किया जाता है. प्रयागराज नाम से पहचाने जाने वाले इस शहर में युवा लड़के कीचड़ में लौटकर वर्षा देवता को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. सभी लड़के नग्न होकर या केवल शॉर्ट्स पहनकर कीचड़ में लेटते हैं और हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं.
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क्या कहता है साइंस
बता दें कि साइंस इन सभी बातों को नकारता है. एक्सपर्ट के मुताबिक बारिश को लेकर जो चक्र बने हुए हैं, बारिश उसी तरीके से होती है. उदाहरण के लिए भाप का ऊपर जाना बादल बनना और बारिश होना. साइंस कहता है कि पूजा या किसी तरह से मेढ़क मेढ़की की शादी कराने से बारिश नहीं होती है.
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