हाल ही में पुणे पुलिस ने कई जगहों पर छापेमापी कर करीब 1800 किलो तक म्याउं म्याउं ड्रग जब्त किया है. एक साथ इतनी मात्रा में ड्रग्स बरामद होने के बाद अब इस म्याउं म्याउं ड्रग की चर्चा हो रही है. पुलिस ने जिस ड्रग्स को पकड़ा था, उसके लिए कहा जा रहा था अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 3700 करोड़ रुपये तक हो सकती है. अब पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और कुछ लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. 


अजीबोगरीब नाम होने की वजह से इसे लेकर लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं कि आखिर ये ड्रग्स कैसा होता है और किस तरह से इसका नशा किया जाता है. साथ ही लोगों के मन में इसके नाम को लेकर भी सवाल है, तो आज आपको इस खास ड्रग्स के बारे में बताते हैं. 


क्या होता है म्याऊं म्याऊं ड्रग?


कई लोग इस ड्रग को म्याऊं म्याऊं तो कई म्यो-म्यो ड्रग्स कहते हैं. ये इसका कोड में है, वैसे इस ड्रग्स का नाम  मेफेड्रोन होता है और इसका टेक्निकल नाम 4-methylmethcathinone है. इस ड्रग पर भारत ही नहीं, कई देशों में बैन लगा हुआ है. मेफेड्रोन काफी खतरनाक ड्रग माना जाता है.  कहा जाता है कि वैसे ये ड्रग पेड़-पोधौं में लगे कीड़ों को मारने के लिए बनाया गया था, लेकिन इस फर्टिलाइजर को ड्रग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. 


ये पाउडर की फोर्म में ही होता है. वैसे तो इसका नशा करने वाले इसे अलर्टनेस, उत्साह बढ़ाने वाला मानते हैं, लेकिन इसके काफी नुकसान भी हैं, जिसमें डिप्रेशन, मचली, अनिद्रा आदि शामिल है. इसके साथ ही इसका लंबे समय तक इस्तेमाल करने से हार्ट संबंधी रोग बढ़ जाते हैं और मतिभ्रम और के गुस्सा देखने को मिलता है. इसका मानसिक स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता है और मनोवैज्ञानिक गलत असर पड़ता है. 


क्या होती है कीमत?


अगर इसकी कीमत की बात करें तो एक किलो की कीमत दो करोड़ से भी ज्यादा हो सकती है और ये हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक होता है. 


कैसे होता है नशा?


इसके सेवन के बाद से पुतलियां अजीब होने लगती है, ज्यादा पसीना आता है और कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इसके साथ ही इसे लेने के बाद मूड में बदलाव हो जाता है और व्यवहार में काफी परिवर्तन देखने को मिलता है. 


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