मानसून आने वाला है और बारिश के मौसम में आपने बिजली कड़कड़ाते समय मोबाइल के इस्तेमाल से बचने की खबर तो जरुर सुनी होगी? जब भी पानी बरसते समय बिजली कड़कड़ाती है तो लोग अक्सर अपने इलेक्ट्रिक डिवाइस भी बंद कर देते हैं. वहीं खुले आसमान के नीचे स्मार्टफोन को चलाने से भी मना किया जाता है, लेकिन बेहद कम ही लोग इसके पीछे की वजह जानते हैं कि आखिर ये सवाल दी क्यों जाती है और मोबाइल चलाने के पीछे बिजली से क्या संबंध? तो चलिए जान लेते हैं.


ये वजह स्मार्टफोन को बना देती है जानलेवा


एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब भी हम मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें तेजी से अल्ट्रावाइड किरणें निकलती हैं. ये किरणें तेजी से आकाशीय बिजली को अपनी ओर खिंचने का काम करती हैं. एक मेडिकल जर्नल में भी इस बात का खुलासा हो चुका है कि कई लोगों की मौत बिजली गिरने से हो चुकी है, जिसमें ज्यादातर युवतियां शामिल थीं.


दरअसल ये लोग जब बारिश में स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे थे तभी उनपर बिजली आकर गिरी. यही वजह है कि कहा जाता है कि जब भी बिजली कड़के तो मोबाइल फोन का स्विच ऑफ कर देना चाहिए और खुले आसमान में तो मोबाइल फोन चलाने से बहुत बचना ही चाहिए.


इलेक्ट्रॉनिंक उपकरण भी कर देना चाहिए बंद


बिजली कड़कने के समय घर में इस्तेमाल होने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे टीवी, फ्रिज, कूलर, स्मार्टटीवी भी चलाने से बचना चाहिए और इन्हें बंद कर देना चाहिए. इसके अलावा लैपटॉप भी आसमानी बिजली को अपनी तरफ अट्रैक्ट करता है इसलिए कभी भी बारिश के समय टीन शेड के नीचे बैठकर इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. साथ ही इस मौसम में बिजली के खंभे भी कंडक्ट का काम करते हैं, लिहाजा उनसे भी इस मौसम में दूर ही रहने की सलाह दी जाती है. साफ शब्दों में कहें तो बारिश के मौसम में उन तमाम उपकरणों से दूर रहने के लिए कहा जाता है जो किसी तार से जुड़े हुए हैं और उनसे संचालित होते हैं.


कैसे किया जा सकता है इस्तेमाल?


कई देशों में काम करने वाली cdc.gov नाम की एक पॉपुलर वेबसाइट पर बताया गया है कि सेल फोन और कोर्डेड (तार वाले) फोन को तूफान और बिजली कड़कते समय इस्तेमाल किया जा सकता है. बस शर्त ये है कि ये किसी भी तरह से चार्जर या जमीन से कनेक्ट न हों. तार वाले लैंडलाइन फोन और चार्जर पर लगे स्मार्टफोन्स को इस दौरान इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.                                       


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