(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्या आपको काटते हैं सबसे ज्यादा मच्छर, इसके पीछे आपके ब्लड ग्रुप का खेल है
कई रिसर्च में यह बात साफ हो चुकी है कि ओ ब्लड ग्रुप वालों के प्रति मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं. दरअसल, मच्छरों को ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों का खून ज्यादा पसंद है.
क्या आप उन लोगों में से हैं जिनको सबसे ज्यादा मच्छर काटते हैं? अगर हां! तो इसमें ना तो मच्छरों की गलती है और ना ही आपकी. इसके पीछे पूरा खेल आपके ब्लड ग्रुप का है. आपका ब्लड ग्रुप ही ऐसा है कि मच्छर उसकी ओर आकर्षित होते हैं. आप में से कई ऐसे लोग होंगे जो इस समस्या से परेशान होंगे कि आखिर इतने लोगों के बीच सभी मच्छर आप को ही क्यों घेरे रहते हैं. आज इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं सवालों से जुड़े तमाम जवाब देंगे.
किस ब्लड ग्रुप वालों को ज्यादा मच्छर काटते हैं
कई रिसर्च में यह बात साफ हो चुकी है कि ओ ब्लड ग्रुप वालों के प्रति मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं. दरअसल, मच्छरों को ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों का खून ज्यादा पसंद है, इस वजह से वह इन लोगों को सबसे पहले अपना टारगेट बनाते हैं. इसके पीछे का कारण यह है कि ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों का मेटाबॉलिक रेट ज्यादा होता है और यही वजह है कि मच्छर इनकी ओर सबसे तेज आकर्षित होते हैं.
शरीर की खुशबू भी आकर्षित करती है
मच्छर सिर्फ ओ ब्लड ग्रुप वालों की ही ओर आकर्षित नहीं होते, बल्कि वह उन लोगों की तरफ भी आकर्षित होते हैं जिनके शरीर से अलग प्रकार की खुशबू यहां महक निकल रही होती है. दरअसल, मच्छरों में सूंघने की गजब की क्षमता होती है, वह इंसान के शरीर से निकलने वाले लैक्टिक एसिड या अमोनिया के गंध को बखूबी पहचानते हैं. ऐसे में अगर आपका बॉडी ओडोर मच्छरों को पसंद आ गया तो वह सब को छोड़कर आपको ही काटेंगे.
इस वजह से सोते वक्त ज्यादा काटते हैं मच्छर
जब आप सो रहे होते हैं तब आपने नोटिस किया होगा कि मच्छर आपको घेर लेते हैं. जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है. दरअसल, जब आप सोते हैं तो आप सांसों के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ रहे होते हैं और मच्छरों को कार्बन डाइऑक्साइड की बहुत अच्छी खासी पहचान होती है. मच्छर 10 से 15 मीटर की दूरी से भी कार्बन डाइऑक्साइड के स्त्रोत को पहचान लेते हैं और वह उसके करीब आने लगते हैं. यही वजह है कि सोते वक्त आपको मच्छर ज्यादा काटते हैं.
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