दुनियाभर में महंगी गाड़ियां कई लोगों के पास है. लेकिन प्लेन सिर्फ कुछ लोगों के पास ही है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हर इंसान प्राइवेट जेट नहीं खरीद सकता है? और अगर खरीद सकता है तो फिर इसके लिए क्या-क्या करना होता है. चलिए अब आपको हम बताते हैं कि आखिर एक प्राइवेट प्लेन कैसे खरीदा जाता है.


भारत में कितने लोगों के पास है प्राइवेट जेट


भारत के डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इस समय कुल 550 प्राइवेट एयरक्राफ्ट हैं. इसमें प्राइवेट जेट और हेलिकॉप्टर दोनों शामिल हैं. जबकि, अगर भारत के सबसे महंगे प्राइवेट जेट की बात की जाए तो वो देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी के पास है. इस प्राइवेट जेट की कीमत लगभग 73 मिलियन डॉलर है. इसके अलावा 8 बिजनेसमैन भारत में और हैं जिनके पास अपना खुद का प्राइवेट जेट है.


क्या कोई भी खरीद सकता है प्राइवेट जेट


दुनिया के अलग-अलग देशों में इस तरह की चीजों को खरीदने के लिए अलग-अलग नियम हैं. लेकिन अगर बात भारत की है तो यहां प्राइवेट जेट खरीदने का अधिकार सबको है. हालांकि, इसके लिए कुछ  नियम है जिन्हें आपको फॉलो करना होता है. इसके अलावा प्राइवेट जेट इतने महंगे आते हैं कि इसे आम आदमी सपने में भी नहीं खरीद सकता है. इसे अक्सर वही लगो  खरीदते हैं जो हजारों करोड़ों के मालिक होते हैं.


प्राइवेट जेट खरीदने का नियम


प्राइन एयरक्रॉफ्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आपको एक प्राइवेट जेट खरीदने के लिए कई पड़ावों से गुजरना होता है. जैसे सबसे पहले आपको एक एयरक्रॉफ्ट सलेक्ट करना होता है, इसके बाद आपको उस प्राइवेट जेट के अनुसार एक लेटर ऑफ इंटेंट साइन करना होता है. यह एक तरह का एग्रीमेंट होता है, जिसमें एयरक्राफ्ट के बारे में सारी जानकारी होती है. इसके अलावा ये आपको कितने का पड़ेगा और इसके लिए जरूरी दस्तावेज क्या होंगे उसकी जानकारी होती है.


इसे साइन करने के बाद आपको प्राइवेट जेट कंपनी को एयरक्राफ्ट की कुल कीमत का लगभग 5 से 10 फीसदी डिपॉजिट कराना होता है. ये जमा कराने के कुछ समय बाद आप अपने एयरक्राफ्ट का प्री पर्चेस इंस्पेक्शन करते हैं, ये देखने के लिए कि सबकुछ ठीक है या नहीं. इसके बाद आप प्राइवेट जेट का टेक्निकल एक्सप्टेंस भी देखते हैं. तब कहीं जा कर आप कोई प्राइवेट जेट खरीद कर अपने घर ला सकते हैं.


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