Mouth Taping for Sleep: एक अच्छी और आराम भरी नींद कौन नही चाहता. अच्छी नींद सोने के लिए लोग क्या नहीं करते, कई लोग तो इसके लिए दवाएं तक लेते हैं. आजकल नींद न आने की समस्या लोगों को बहुत ज्यादा हो रही है. ऐसे में इन दिनों सोशल मीडिया पर अच्छी नींद लेने के लिए एक माउथ टेपिंग की तकनीक ट्रेंड करती नजर आ रही है. Tiktok पर वायरल हो रही इस तकनीक का इस्तेमाल कई लोग अच्छी नींद के लिए कर रहे हैं. इसमें मुंह को टेप से बंद करके नाक से सांस ली जाती है. क्या है यह तकनीक? कैसे मुंह पर एक टेप लगाएं? इसके नुकसान क्या हैं? क्या अच्छी नींद आने में ये कारगर है? मुंह से सांस लेने और नाक से सांस लेने के क्या फायदे और नुकसान होते हैं? आज इन्ही सवालों के जवाब जानेंगे  


क्या मुंह पर टेप लगाकर सोने का ट्रेंड


दरअसल, कुछ लोग सोते समय खर्राटें लेते हैं. जिनकी आवाज से वे खुद तो परेशान रहते ही हैं साथ ही उनके आसपास सो रहे लोग भी खर्राटों की आवाज से ठीक से सो नहीं पाते. लोगों को खर्राटे और आवाज की वजह से रात को ठीक से नींद नहीं आ पाती, इसलिए लोग मुंह बंद करके सोना ज्यादा पसंद करते हैं. माउथ टेपिंग सुनकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये ट्रेंड मुंह पर टेप लगाने से संबंधित है. इसमें मुंह पर टेप लगाकर सोते समय मुंह की जगह नाक से ही सांस लेना होता है. अब सवाल ये उठते हैं कि इसके क्या फायदे हैं? ये तरीका कितना कारगर है? साथ ही माउथ टेपिंग से कुछ नुकसान तो नही है? आइए जानते हैं


माउथ टेपिंग क्या फायदे (Benefits of Mouth Taping)


अगर आप रात में खर्राटे लेते हैं तो मुंह पर टेप लगाकर सो जाएं, ये सुनने में ही अजीब सा लग रहा है, लेकिन इस ट्रेंड के कुछ फायदे भी हैं जैसे जिन चीजों से एलर्जी हो सकती है माउथ टेपिंग के कारण वे शरीर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं, शरीर का ताप व रक्तचाप अच्छी तरह से नियंत्रित होता है, सोते समय टेप लगी होने के कारण मुंह बंद रहता है तो मुंह से बदबू और खर्राटे नहीं आते. 


माउथ टेपिंग के क्या नुकसान (Mouth Taping Side Effects)


मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार स्किन पर सिर्फ मेडिकल ग्रेड टेप का ही इस्तेमाल करना चाहिए. कोई दूसरा टेप इस्तेमाल करने से नुकसान हो सकता है. जैसे- जो टेप आप मुंह पर लगा रहे हैं उससे मुंह के आसपास एलर्जी हो सकती है, जब टेप निकालते समय दर्द हो सकता है, खासतौर से उन लोगों को जिनके मुंह के आसपास ज़्यादा बाल होते हैं, कई लोगों को रात में सोते समय माउथ टेपिंग के कारण एंग्जायटी हो सकती है, जिससे नींद डिस्टर्ब होती है.


कितनी कारगर है माउथ टेपिंग तकनीक?


सिंधिया पेना ओर्बिया के मुताबिक, एक स्टडी में पता चला है कि माउथ टेपिंग अपनाने के बाद 30 पेशेंट्स ने कम खर्राटे लिए, लेकिन अस्थमा के 36 पेशेंट्स पर की गई एक स्टडी में माउथ टेप का इस्तेमाल करने के बाद उनकी सिचुएशन में कोई बदलाव देखने को नहीं मिले. 2022 में ही की गई एक स्टडी से पता चला है कि 10 पेशेंट्स ने मुंह पर टेप लगने के बाद भी मुंह से सांस लेने की कोशिश जारी रखी और इस वजह से उनके मुंह में छाले भी हो गए.


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