MP And MLA Salary: हर साल चुनाव के जरिए सांसदों और विधायकों को चुना जाता है. जो देश और देश के लोगों की सेवा के लिए होते हैं. इसके लिए इनको सरकार की तरफ से खूब पैसा मिलता है. इसमें वेतन अलग और बाकी के अन्य भत्ते अलग से जुड़े होते हैं. वहीं विधायकों को भी वेतन के साथ-साथ अन्य भत्ते दिए जाने का प्रावधान है. लेकिन इन सांसदों और विधायकों को आखिर हर साल कितना पैसा मिलता है. जान लेते हैं.
विधायकों को वेतन
- विधायकों को हर महीने एक निश्चित वेतन दिया जाता है. इसके अलावा उनको अपने क्षेत्र के लोक कल्याण के लिए भी सरकार के द्वारा एक फिक्स अमाउंड विधायक फंड से मिलता है.
- इतना ही नहीं हर राज्य के विधायक का वेतन अलग-अलग होता है. वेतन के साथ-साथ उनको मिलने वाली सुविधाओं की भी लिस्ट लंबी होती है. हर राज्य के विधायक का वेतन राज्य सरकार तय करती है.
- उत्तर प्रदेश के विधायकों को 1 लाख 87 हजार रुपये वेतन मिलता है. इनकी साल की कमाई 21 लाख 24 हजार रुपये है. मध्य प्रदेश में विधायकों की सैलरी 1.10 लाख रुपये हर महीने है. इनकी सालाना कमाई 13 लाख 20 हजार रुपये है.
- तेलंगाना के विधायकों को 20 हजार रुपये सैलरी और 2,30,000 रुपये निर्वाचन भत्ता मिलता है. कुल मिलाकर उनको 2.50 लाख रुपये हर महीने मिलता है. इनको सालाना 30 लाख रुपये मिलते हैं.
सांसदों की सालाना कमाई
- वर्तमान में संसद सदस्य (वेतन, भत्ता और पेंशन) अधिनियम 1954 के तहत सांसदों का मूल वेतन एक लाख रुपये प्रति महीने होता है. इसमें भत्ता और अन्य सुविधाएं एड नहीं हैं.
- 1 अप्रैल 2023 से लागू नियम की मानें तो सांसदों की सैलरी और दैनिक भत्ते में हर पांच साल के बाद बढ़ोतरी की जाती है. इसके अलावा हर सदस्यों को यात्रा भत्ता के अलावा संसद सदस्य से जुड़े किसी भी काम से यात्रा करने पर अलग से भत्ता मिलता है.
- सांसदों को एक लाख रुपये सैलरी के अलावा ड्यूटी पर रहते हुए 2000 रुपये का भत्ता दिया जाता है.
- सांसदों को कुल मिलाकर दो लाख तीस हजार रुपये प्रति महीने के वेतन के साथ भत्ते भी मिलते हैं और ड्यूटी पर रहने के दौरान अलग से भत्ता दिया जाता है.