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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mughal Empire Facts: दीवान-ई-खालसा, फौजदार... जानिए मुगलों के टाइम में किस अधिकारी का क्या काम होता था?
Mughal Empire: मुगल काल में अलग-अलग अधिकारियों को राज्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी. दीवान इनमें से महत्वपूर्ण अधिकारी हुआ करता था, जिसके जिम्मे वित्त और राजस्व विभाग था.
Mughal Empire Officers: हमारे देश में मुगलों के शासन का एक लंबा इतिहास रहा है. भारत की तमाम ऐसी जगह जो मौजूदा समय में बड़े शहर बन गए हैं उन सब जगहों पर मुगलों का राज था. जिस प्रकार अभी सरकार चलाने के लिए अलग-अलग विभाग और उसे संचालित करने के लिए एक अफसर हैं, वैसे ही मुगलों के समय में भी अलग-अलग विभागों के लिए अधिकारी हुआ करते थे.
मुगल काल के अधिकारी
- दीवान: मुगल काल के शासन व्यवस्था में दीवान एक महत्वपूर्ण अधिकारी था. इनकी जिम्मेदारी राजस्व और वित्त विभाग संभालना था.
- वजीर-ए-तफविज: इनके जिम्मे असीमित अधिकारी थे.
- वजीर-ए-तनफिज: इनके जिम्मे सीमित अधिकार थे.
- दीवान-ए-तन: यह मुगल काल के महत्वपूर्ण अधिकारियों में से एक थे. इनकी जिम्मेदारी साम्राज्य की जागीर और वेतन संबंधी कार्य को देखना था.
- दीवान-ए-वायुता: ये वो अधिकारी हुआ करते थे, जो उस समय कारखानों के आमदनी और खर्चों का काम देखते थे.
- दीवान-ए-मुस्तौफी: ये मुगल काल में आय और खर्च का निरीक्षण करने वाले अधिकारी थे.
- मीर बख्शी: यह मुगल काल के शासन व्यवस्था में सैन्य विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी होता था. यह सैन्य विभाग का प्रमुख था.
- सद्र-उस-सुदूर: यह अधिकारी धार्मिक मामलों में बड़ा अधिकारी था. ये धार्मिक मामलों बादशाह के सलाहकार हुआ करते थे.
- काजी-उल-कुज्जात: यह प्रांत और नगरों में काजियों की नियुक्ति करते थे. इसके साथ ही बादशाह के राजधानी में नहीं रहने पर ये बादशाह की जगह प्रधान काजी काम देखते थे.
- मुहतसिब: इस पद औरंगजेब के समय बना था. इनका काम शरियत के खिलाफ काम करने वालों को रोकना था. इसके साथ नशे पर रोक लगाना, जुए जैसे खेलों पर प्रतिबंध लगाना इनके मुख्य कार्य थे.
- मीर-ए-आतिश: यह तोपखाना विभाग के प्रमुख अधिकारी हुआ करते थे.
- दारोगा-ए-डाक चौकी: यह डाक विभाग और गुप्तचर विभाग का प्रधान अधिकारी होता था.
- मीर-ए-बहर: यह नौसेना विभाग का प्रधान अधिकारी था. इनकी जिम्मेदारी शाही नौकाओं की देखभाल करना भी था.
- मीर-ए-बर्र: यह वन विभाग के अधीक्षक थे.
- फौजदार: यह सरकार या जिले का मुख्य अधिकारी होता था. इसके जिम्मे जिले का कानून व्यवस्था थी.
- अमलगुजार: यह जिले का मुख्य राजस्व अधिकारी होता था. इसका काम लगान वसूल करना था.
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