पेरिस पैरालंपिक 2024 की शुरूआत हो चुकी है. भारत से पेरिस पैरालंपिक के लिए 84 खिलाड़ी पेरिस पहुंचे हैं. इन सभी खिलाड़ियों से रिकॉर्ड मेडल्स जीतने की उम्मीद है. इससे पहले भारत ने 2020 में टोक्यो पैरालंपिक में पांच गोल्ड समेत रिकॉर्ड 19 पदक जीते थे और वह ओवरऑल रैंकिंग्स में 24वें स्थान पर था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के पैरा ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल किसने जीता था? आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.


भारत का पहला गोल्ड


अब सवाल ये है कि पैरा ओलंपिक में पहला गोल्ड किसने जीता था? बता दें कि मुरलीकांत ने साल 1972 के हीडलबर्ग पैरालंपिक खेलों में 50 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने जीत दर्ज करने के लिए 37.33 सेकेंड का समय निकाला था, जो उस समय का विश्व रिकॉर्ड था. मुरलीकांत भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं. 


कौन है मुरलीकांत?


मुरलीकांत का जन्म 1 नवंबर, 1944 को महाराष्ट्र के सांगली के पेठ इस्लामपुर क्षेत्र में हुआ था. ईएमई, सिकंदराबाद में उन्होंने एक मुक्केबाज के रूप में खेलों में भाग लिया था. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने खेलों में हिस्सा लिया था मुरलीकांत पेटकर भारतीय सेना में कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (EME) में जवान थे. मुरलीकांत एक अच्छे मुक्केबाज थे और उनकी तमन्ना ओलंपिक में पदक जीतने की थी. लेकिन 1965 के भारत-पाक युद्ध में लड़ने वाले पेटकर को नौ गोलियां लगी थी. इस घातक इंजरी के बाद मुरलीकांत का कमर से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था. वह कुछ समय बाद ठीक तो हो गए थे, लेकिन उन्हें अपना एक हाथ खोना पड़ा था. अब वह मुक्केबाजी नहीं कर सकते थे. फिर उन्होंने तैराकी को अपना खेल बना लिया था. उन्होंने 1968 में भी पैरालंपिक खेलों में टेबल टेनिस में भाग लिया और पहला राउंड क्लीयर किया था. इसके अलावा उन्होंने तैराकी में कुल चार पदक जीते हैं.


बनाया विश्व रिकॉर्ड


मुरलीकांत ने साल 1972 के हीडलबर्ग पैरालंपिक खेलों में 50 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. मुरलीकांत भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं. उन्हीं खेलों में उन्होंने भाला फेंक, सटीक भाला फेंक और स्लैलम में भाग लिया था. वह तीनों स्पर्धाओं में फाइनलिस्ट थे. साल 2018 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. बता दें कि मुरलीकांत के जीवन के ऊपर अभी हाल ही में फिल्म चंदू चैंपियन बनी है. फिल्म में कार्तिक आर्यन ने मुरलीकांत पेटकर का किरदार निभाया था. फिल्म को करीब ने डायरेक्ट किया था.


ये भी पढ़ें: थाईलैंड ट्रिप को छिपाने के लिए फाड़ दिए पासपोर्ट के पन्ने, ऐसा करने पर क्या मिलती है सजा?