भारत में यहां है ये 'मौत का हाईवे', जहां जाते ही फोन का टाइम चेंज हो जाता है और हो चुके हैं कई एक्सीडेंट
Time Travel: तैमारा घाटी (Taimara Ghati) वो जगह है, जहां ना जाने अब तक कितने वाहन दुर्घटनाग्रसत हुए हैं. यहां पहुंचते ही मोबाइल फोन का समय और तारीख़ बदल जाते हैं.
Mystery Of Jharkhand Taimara Ghati: सोचिए आप सफर कर रहे हैं और अचानक आप 2023 से 2024 या 2025 में पहुच जाएं तो क्या आप इस पर विश्वास करेंगे? आपका जवाब होगा 'नहीं', यकीन करेंगे अगर हम कहें कि ऐसा होता है? जी हां, रांची (Ranchi) से जमशेदपुर (Jamshedpur) जाने वाले मार्ग पर एक विशेष स्थान पर ऐसा ही कुछ होता है... इस जगह पहुंचते ही आपके मोबाइल फोन का समय और साल बदल जाता है.
कहां है ये जगह?
NH 33 हाईवे रांची को जमशेदपुर से जोड़ने वाली सड़क है, लेकिन लोग इसे मौत का हाईवे भी कहते हैं. इस हाईवे पर पड़ने वाली तैमारा घाटी (Taimara Ghati) वो जगह है, जहां ना जाने अब तक कितने वाहन दुर्घटनाग्रसत हुए हैं और ना जाने कितनों की जान इस घाटी में गई है.
इस वजह से होते हैं सड़क हादसे
लोगों का कहना है कि उन्हें इस सड़क पर सफेद कपड़े पहने हुए एक औरत भी घूमती हुई नजर आती है और जब ड्राइवर औरत को बचाने की कोशिश करता है तो उसका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है. ऐसा अक्सर होता रहता है. बहरहाल, दुर्घटनाओं को कम करने के लिए इस सड़क पर कुछ वर्ष पहले एक मंदिर का निर्माण कराया गया. लेकिन मंदिर के पुजारी का कहना है कि पूजा-पाठ में गड़बड़ी हो जाने के कारण माता खुद स्त्री का रूप धारण कर सड़क पर आ जाती हैं, जिसे बचाने के क्रम में गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं.
बदल जाता है मोबाइल फोन में साल और समय
हाईवे पर पड़ने वाली तैमारा घाटी वो जगह हैं जहां के आसपास के क्षेत्र में पहुंचने पर आपका फोन भी खुद-ब-खुद आपके कंट्रोल से बाहर हो जाएगा. जी हां, इस घाटी में पहुंचने पर आपके मोबाइल फोन का टाइम बदल जायेगा ओर तारीख और साल 2024 या 2025 हो जाएगा. हैरानी की बात यह है कि जैसे ही आप यहां से आगे बढ़ जाएंगे आपका फोन वापस से सही समय दिखाना शुरू कर देगा.
बन जाते हैं अजीब से हालात
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की प्रधान अध्यापिका बताती हैं कि यहां बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाना संभव नहीं हो पाता है क्योंकि जब भी वो बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाते हैं तो अटेंडेंस अगले साल का बन जाता है. इसलिए अब वो रजिस्टर पर ही अटेंडेंस बनाते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि यह समस्या आसपास के स्कूलों में भी देखने को मिलती है. उन्होंने अपने मोबाइल पर एक मैसेज भी दिखाया जो अगला साल दिखा रहा था. कई बार मोबाइल पूरी तरह से काम करना भी बंद कर देता है और मोबाइल पर नेट से होने वाला कोई भी फंक्शन काम नहीं करता है.
ग्रामीणों ने बताई यह बात
ग्रामीणों का भी यही कहना है कि कि यहां मोबाइल नेटवर्क की प्रॉब्लम हो जाती है. कॉल तो किया जा सकता है, लेकिन इंटरनेट बिल्कुल काम करना बंद कर देता है और मोबाइल की तारीख और समय भी बदल जाता है. हालांकि, इसका कारण उन्होंने इस क्षेत्र से गुजरने वाली कर्क रेखा को माना है.
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