Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में आयोजित एक सत्संग से दुखद खबर सामने आई है. जहां सत्संग सुनने गए 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. ये बाबा नारायण साकार हरि का सत्संग था, जहां इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए थे. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर ये नारायण साकार हरि कौन है और किस परंपरा को मानता है?


कौन हैं नारायण साकार हरि?


नारायण साकार हरि उत्तर प्रदेश के एटा जिले बहादुर नगरी गांव का रहने वाला है. उसकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई यहीं हुई. उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद उसने गुप्तचर विभाग की नौकरी की. काफी समय तक ये नौकरी की, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर अध्यात्म की ओर मुड़ गया. वह अपने सत्संग में खुद यह बात बताता है. वहीं, वह हिंदू धर्म और परंपरा को मानता है.


नारायण हरी के हैं हजारों अनुयायी?


साकार हरि को पटियाली वाले बाबा नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है. इसके सत्संग में हमेशा ही हजारों की तादाद में भक्त आते हैं. जब 2 साल पहले भी देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस वक्त उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मई, 2022 में इनके सत्संग का आयोजन किया गया. जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन फिर भी कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50,000 से ज्यादा लोग इस सत्संग में शामिल हो गए थे.


उस वक्त जरूरत से ज्यादा उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई. उस समय भी जिला प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की थी. हालांकि इसके बाद इस बार उसके सत्संग में बड़ा हादसा हुआ है. जहां 100 लोगों से ज्यादा की मौत की खबर है.


बढ़ सकती हैं मुश्किलें


फिलहाल हाथरस हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में बाबा की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. सीएम योगी ने इस पर जांच के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही, इस हादसे की जांच के लिए अलग से कमेटी बनाई गई है. 


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