25 जुलाई 2023 को एक ऐसी घटना घटी जो आज से पहले कभी नहीं हुई थी. दरअसल, इस दिन दुनिया की एक बड़ी स्पेस एजेंसी नासा का संपर्क स्पेस स्टेशन से पूरी तरह टूट गया था. ये संपर्क सिर्फ दो चार दस मिनट के लिए नहीं बल्कि पूरे 90 मिनट के लिए टूटा रहा. चलिए आपको बताते हैं ऐसा क्यों हुआ और इसके पीछे की मुख्य वजह क्या थी. इसके साथ ही आपको ये भी बताते हैं कि इससे नासा पर फर्क क्या पड़ा.
क्या हुआ था?
अमेरिका के ह्यूस्टन में नासा का मुख्यालय है. इसका संपर्क हमेशा अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन से बना रहता है. इसी जगह पर पूरी दुनिया का साइंटिफिक रिसर्च चल रहे होते हैं. लेकिन 25 जुलाई को नासा के इस मुख्यालय से स्पेस स्टेशन का संपर्क टूट गया. संपर्क टूटते ही पूरे मुख्यालय में अफरातफरी मच गई. क्योंकि पृथ्वी से 450 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगा रहे स्पेस स्टेशन पर सब कुछ यहीं से कंट्रोल होता है.
क्यों टूटा संपर्क?
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि ह्यूस्टन के नासा मुख्यालय की बिजली चली गई थी. ऐसा पहली बार हुआ था. हालांकि, ये बात पच नहीं रही है कि अमेरिका जैसे देश के इतने बड़े संस्थान के मुख्यालय की बिजली चली जाय और 90 मिनट तक वापिस ही ना आए ऐसा कैसे हो सकता है. सबसे बड़ी बात की ऐसे संस्थानों के पास हमेशा से पावर बैकअप रहता है, यानी बिजली किसी कारण चली भी जाय तो पावर बैकअप तुरंत एक्टिव हो जाए.
इसका असर क्या हुआ?
संपर्क टूटने का सबसे ज्यादा असर एस्ट्रोनॉट पर हुआ. इस वक्त स्पेस स्टेशन पर लगभग 69 एस्ट्रोनॉट मौजूद हैं. इनमें सिर्फ अमेरिका के ही नहीं बल्कि अन्य देशों के भी एस्ट्रोनॉट शामिल हैं. ऐसे में जब नासा के मुख्यालय से इसका संपर्क टूटा तो सब परेशान हो गए, क्योंकि इसी मुख्यालय से हर दिन इन्हें निर्देश मिलते थे कि आखिर ये कैसे वहां क्या करेंगे. हालांकि, नासा के मुख्यालय से संपर्क टूटने के बीस मिनट बाद ही रूसी कम्यूनिकेशन सिस्टम के जरिए स्पेस स्टेशन पर मौजूद एस्ट्रोनॉट से संपर्क साध लिया गया था.
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