(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Children's Day 2024: नेहरू की मौत से 10 साल पहले ही मनाया जाने लगा था बाल दिवस, जानें कैसे हुई थी इसकी शुरुआत?
भारत में हर 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते है कि इसे मनाने की शुरुआत जवाहरलाल नेहरु की मौत के 10 साल पहले ही हो गई थी. चलिए इसके पीछे की वजह जानते हैं.
Children's Day 2024: भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है जो कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती भी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाल दिवस को नेहरू जी की जयंती से 10 साल पहले ही मनाया जाना शुरू हो गया था? चलिए जानते हैं कि आखिर बाल दिवस मनाने की शुरुआत कैसे हुई और ये क्यों मनाया जाता है.
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नेहरू की मौत से पहले 10 साल पहले ही हो गई थी बाल दिवस मनाने की शुरुआत
भारत में बाल दिवस मनाने की शुरुआत 1956 से हुई थी. उस समय इसे 'बाल दिवस' के नाम से नहीं जाना जाता था बल्कि इसे 'बाल कल्याण दिवस' के नाम से मनाया जाता था. इस दिन को मनाने का उद्देश्य बच्चों के प्रति जागरूकता फैलाना और उनके अधिकारों की रक्षा करना था.
1956 में भारत सरकार ने बच्चों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू कीं और इन योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 14 नवंबर को 'बाल कल्याण दिवस' मनाने का फैसला किया गया. हालांकि, जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उन्हें 'चाचा नेहरू' के नाम से जाना जाता था. उन्होंने बच्चों के विकास के लिए कई कदम उठाए. उनकी मौत के बाद, उनकी स्मृति में 14 नवंबर को 'बाल दिवस' मनाने का फैसला लिया गया.
बाल दिवस क्यों है जरुरी?
बाल दिवस भारत में बच्चों के अधिकारों और कल्याण के प्रति जागरूकता फैलाने का एक खास दिन है. इस दिन बच्चों के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जैसे कि खेल, नाटक, संगीत आदि. इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में बताया जाता है और उन्हें एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाता है. बाल दिवस समाज में बच्चों के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद करता है. इस दिन लोग बच्चों के मुद्दों पर चर्चा करते हैं और बच्चों के कल्याण के लिए काम करने के लिए प्रेरित होते हैं.
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क्यों 14 नवंबर को मनाया जाता है बाल दिवस?
14 नवंबर को बाल दिवस मनाने के पीछे कई कारण हैं. जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उन्होंने बच्चों के विकास के लिए कई कदम उठाए थे. उनकी स्मृति में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है. 14 नवंबर को बाल कल्याण दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 1956 से ही हो चुकी थी. 14 नवंबर को बाल दिवस मनाने से बच्चों के प्रति जागरूकता फैलती है और लोग बच्चों के कल्याण के लिए काम करने के लिए जागरुक होते हैं.
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