Nauru Country No Capital: आप सोचते होंगे कि हर देश की अपनी राजधानी होगी, है ना? कुछ देशों में दो मुख्यालय होता है, जैसे बोलीविया की संसद ला पाज़ में मिलती है, लेकिन इसका सर्वोच्च न्यायालय सुक्रे में है. कुछ छोटे देश हैं जहां राष्ट्र स्वयं अपनी राजधानी है, जैसे वेटिकन सिटी या मोनाको या सिंगापुर. लेकिन बिना राजधानी का कोई देश हो सकता है, यह सोचकर एक बार थोड़ा अजीब लगता है. आज की स्टोरी में हम आपको सबसे छोटे देश के बारे में नहीं बताने वाले हैं, बल्कि बिना राजधानी वाले उस देश के बारे में बता रहे हैं, जो दुनिया में उस तरह का इकलौता देश है. 


नहीं है इस देश की आधिकारिक राजधानी


वेटिकन सिटी से भी बड़े नाउरू की कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है. देश के सभी प्रशासनिक और सरकारी कार्य येरेन शहर में होते हैं. नाउरू प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है और क्षेत्रफल की दृष्टि से यह तीसरा सबसे छोटा देश है. वहां आने वाले पहले यूरोपीय पर्यटकों द्वारा उसे प्लेजेंट आइलैंड नाम दिया गया, मध्य प्रशांत में नाउरू दुनिया का सबसे छोटा गणराज्य है. 21वीं सदी में यह ऑस्ट्रेलिया की विवादास्पद अपतटीय हिरासत केंद्र नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. मानवाधिकारों के हनन और भीड़भाड़ के आरोपों के साथ ऑस्ट्रेलिया द्वारा संचालित शरण-चाहने वाले हिरासत शिविर को लेकर सवाल उठते रहे हैं.


घूमने आते हैं लोग


नाउरू ऑस्ट्रेलिया से लगभग 3,000 किमी उत्तर-पूर्व में है. द्वीप की मुख्य फॉस्फेट खदानें 1980 के दशक में बंद हो गईं, हालांकि 2005 में फॉस्फेट खनन और निर्यात फिर से शुरू हुआ. सरकार का अनुमान है कि द्वितीयक जमाओं का शेष जीवन लगभग 30 वर्षों का है, लेकिन एक शताब्दी से अधिक फॉस्फेट स्ट्रिप खनन के कारण द्वीप का परिदृश्य तबाह हो गया है. उस आइलैंड पर हजारों पर्यटक आनंद लेने और गर्मी में छुट्टियां बिताने के लिए आते हैं. वहां के आबादी की कमाई सबसे अधिक पर्यटकों पर आधारित है. सरकार वहां आने वालों को सुविधा भी मुहैया कराती है. 


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