NEET UG 2024 Re-Exam: नीट यूजी परीक्षा 2024 के नतीजे जारी होने के बाद से शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी के खिलाफ दायर अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है. फिलहाल अभी तक परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है और 1563 स्टूडेंट्स के लिए फिर से परीक्षा आयोजित की जा रही है. ये वो कैंडिडेट्स हैं जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे.


एनटीए ने पहले भी ये बात कही थी कि ये मामला 24 लाख स्टूडेंट्स का नहीं बल्कि 1563 परीक्षार्थियों का है जिन्हें समय के कंपनसेशन के तौर पर अतिरिक्त अंक दिए गए थे, लेकिन सवाल ये उठता है कि नीट के री-एग्जाम का खर्च कौन उठाएगा और एक बार नीट का एग्जाम करवाने में कितना खर्च आता है? चलिए जान लेते हैं.


कौन उठाएगा नीट के री-एग्जाम का परीक्षा शुल्क?


बता दें नीट यूजी 2024 के री-एग्जाम के लिए कैंडिडेट्स को दौबारा फीस नहीं भरनी होगी. इस बारे मे जो नोटिस जारी किया गया है उसमें शुल्क का कोई जिक्र नहीं किया गया है. इसका साफ मतलब है कि स्टूडेंट्स ने पिछली बार जो परीक्षा शुल्क भरा था वो उसी री-एग्जाम देंगे. वहीं बात ये भी है कि इस पूरे मामले में कैंडिडेट्स की गलती नहीं है इसलिए उनका शुल्क देना बनता भी नहीं है. लिहाजा री-एग्जाम का पूरा खर्च एनटीए उठाएगा.


कौन करवाता है नीट की परीक्षा?


एनटीए मई 2019 से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से नीट-यूजी का आयोजन कर रहा है. इससे पहले, नीट-यूजी का आयोजन सीबीएसई द्वारा किया जाता था. बता दें एनटीए नीट की परीक्षा भारत के अलावा विदेशों में भी आयोजित करवाता है. विदेशों में इस परीक्षा को कुवैत सिटी, दुबई, अबू धाबी, बैंकॉक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, लागोस, मनामा, मस्कट, रियाद, शारजाह और सिंगापुर में करवाया गया था.


बता दें कि इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि नीट की एक बार परीक्षा करवाने में कितना खर्च आता है. हालांकि ये एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पर भी निर्भर करता है कि एक बार एग्जाम देने में कितना खर्च आने वाला है.                                                                           


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