Nepal Plane Crash: नेपाल के पोखरा में जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ उसमें कुल 72 लोग सवार थे. हादसे में कुल 70 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 2 लोग अभी भी लापता हैं. वैसे तो आज के आधुनिक युग में विमान यात्रा एक आम बात है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब लोगों के लिए हवा में उड़ना सिर्फ एक ख्वाब मात्र था. लेकिन इंसान ने अपनी बुद्धि और विज्ञान की मदद से इस ख्वाब को सच कर दिखाया और बना डाला हवाई जहाज. क्या आप जानते हैं कि आम लोगों ने पहली बार हवाईजहाज में कब सफर किया था? आज इस आर्टिकल में हम आपको पहले यात्री विमान के बारे में बताएंगे. यह भी जानेंगे कि विमान को उड़ाने वाला पायलट कौन था और उसमें सफर करने के लिए लोगों को कितना किराया देना पड़ा था.


आज से करीब 109 साल पहले 1 जनवरी 1914 को दुनिया के पहले यात्री विमान ने उड़ान भरी थी. यह उड़ान अमेरिका के फ्लोरिडा में दो शहरों सेंट पीटर्सबर्ग और टाम्पा के बीच भरी गई थी. वैसे तो सड़क के रास्ते इन दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 42 किलोमीटर है. लेकिन इस विमान ने करीब 34 किलोमीटर की हवाई यात्रा ही तय की थी. जिसे इस विमान ने 23 मिनट में तय किया था. 


फ्लाइंग बोट था यह विमान
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि यात्रियों ने पहली बार एक फ्लाइंग बोट में उड़ान भरी थी. इस फ्लाइंग बोट विमान को ट्रेन के रास्ते से सेंट पीटर्सबर्ग भेजा गया था. फ्लाइंग बोट विमान का वजन करीब 567 किलोग्राम था. इसकी लंबाई 8 मीटर और चौड़ाई 13 मीटर थी. इसमें सिर्फ पायलट और एक यात्री के बैठने की जगह थी. जिसके लिए इसमें लकड़ी की सीटें लगाई गई थी.


पहली उड़ान के बारे में
इसको उड़ाने वाले पायलट का नाम टोनी जेनस (Tony Jannus) था. साल 1914 के पहले दिन यानी 1 जनवरी को पहली बार कोई यात्री विमान उड़ान भरने वाला था. इस विमान के टिकट की नीलामी की गई थी, क्योंकि विमान में सिर्फ एक ही यात्री के लिए सीट थी. करीब तीन हजार लोग सेंट पीटर्सबर्ग के उस वॉटरफ्रंट पर आए थे जहां टिकट की नीलामी होनी थी. इस टिकट को फील नाम के शख्स ने खरीदा. फील एक वेयरहाउस बिजनेस में थे. यह दुनिया का पहला हवाई टिकट था और इसकी नीलामी 400 डॉलर में हुई थी. आज के समय के हिसाब वह 8,500 डॉलर यानी करीब 6,02,129 रुपये से ज्यादा है. 


रास्ते में आई थी विमान में खराबी
इस विमान ने पानी के ऊपर से उड़ान भरी थी. जेनस विमान को पानी की सतह से 50 फीट से ज्यादा ऊपर नहीं लेकर गए. लेकिन बीच रास्ते में ही विमान के एक इंजन में खराबी आ गई और वह लगभग खाड़ी की सतह तक आ गया था, तब जेनस ने अपने कौशल का इस्तेमाल. करते हुए कुछ चीजें ठीक की और दोबारा से उड़ान भरने शुरू कर दी. जब यह विमान टाम्पा में लैंड हुआ तो वहां 3,500 से ज्यादा लोगों ने तालियां बजाते और जश्न मनाते जेनस और फील का स्वागत किया.


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