Neptune Planet: हमारी धरती के अलावा सूर्य का चक्कर लगाने वाले अन्य 7 ग्रह भी हैं, जिनमें सूर्य के सबसे नजदीक ग्रह बुध है. वहीं सूर्य से सबसे दूर वरुण यानी नेप्च्यून ग्रह है. इस ग्रह से संबंधित तमाम ऐसे तथ्य हैं, जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको वरुण ग्रह के बारे में कई दिलचस्प जानकारियां देंगे.


सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह है वरुण-


सूर्य से दूरी के क्रम में वरुण सबसे आखिरी ग्रह है. अगर सूर्य से ग्रहों की दूरी का क्रम देखें तो नजदीक से दूर जाते हुए बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण और आखिर में वरुण ग्रह है. इस ग्रह की खोज जर्मन खगोल  शास्त्री 'जोहॉन गाले' ने 1846 ई. में की थी. इस ग्रह पर दिन की अवधि 16.1 घंटा है.


सबसे ठंडा ग्रह है वरुण-


वरुण ग्रह सौरमंडल का सबसे ठंडा ग्रह है. इसका कारण सूर्य से उसकी दूरी है. दूर होने की वजह से उसे सूर्य का ज्यादा प्रकाश नहीं मिल पाता है. इसका औसत तापमान -228 सेल्सियस रहता है. आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि यह कितना ठंडा ग्रह है. वरुण ग्रह पर वायुमंडल-वरुण ग्रह के वायुमंडल में कई गैसें विद्यमान है. इनमें हाइड्रोजन, हीलियम, मीथेन और अमोनिया गैस शामिल हैं. इस ग्रह के कुल 14 उपग्रह भी हैं. गौरतलब है कि वरुण से पहले प्लूटो सौरमंडल का सबसे दूर स्थित ग्रह था, लेकिन 2006 ई. में प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से हटा दिया, जिसके बाद वरुण सौरमंडल का सबसे दूर स्थित ग्रह बन गया.


164 साल में लगाता सूर्य का एक चक्कर-


अधिक दूरी पर स्थित होने की वजह से वरुण ग्रह सूर्य का एक चक्कर 164.81 साल में पूरा कर पाता है. यानी कि किसी भी अन्य ग्रह की तुलना में वरुण को सूर्य का चक्कर लगाने में सबसे अधिक समय लगता है. इसके अलावा वरुण ग्रह अपने अक्ष पर झुका हुआ भी है. इसका कुल अक्षीय झुकाव 28.3 डिग्री है. 


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