Parliament House: नया संसद भवन बनकर उद्घाटन के लिए तैयार है. मोदी सरकार में बने नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होना है. यह 850 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है. हालांकि, इसके उद्घाटन को लेकर काफी विवाद चल रहा है. देश में मौजूदा संसद भवन का उद्घाटन 1927 में उस वक्त के वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था. इसके बनने के 96 सालों बाद अब भारत की नई संसद भवन बनकर तैयार हो चुकी है. क्या आप जानते हैं दुनिया में कई देशों की संसद 600 से लेकर 700 साल तक पुरानी हैं? आज भी ये इमारतें मजबूती के साथ खड़ी हैं और उन देशों की संसद इन्ही सैंकड़ों साल पुराने शानदार भवनों में चलती हैं.
पुराने संसद भवन के 100 साल पूरे होने से पहले ही देश का नया संसद भवन बनकर तैयार हो गया है. जानकारी के मुताबिक, इस नए संसद भवन में लोकसभा सदस्यों के लिए 888 सीटें और राज्यसभा सदस्यों के लिए 326 से ज्यादा सीटें होने वाली हैं. इसकी क्षमता 1224 सदस्यों के एक साथ बैठाने की है. हालांकि, दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जिनकी संसद की इमारतें हैं भारत से भी ज्यादा पुरानी हैं. आइए जानते हैं इन देशों के बारे में...
दुनिया में ये संसद भवन सबसे ज्यादा पुराने हैं...
भारत के मौजूदा संसद भवन का उद्घाटन साल 1927 में हुआ था. उस समय यह भव्य भवन 83 लाख रुपये की लागत में बनकर तैयार हो गया था. भारत के मौजूदा संसद भवन को अभी 100 साल भी पूरे नहीं हुए हैं.
नीदरलैंड का संसद भवन
नीदरलैंड का संसद भवन 'द बिन्नेनहोफ', दुनिया का सबसे पुराना संसद भवन है. इसका निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था. आज भी यह भवन देश को अपनी सेवा दे रहा है. इस संसद भवन को नीदरलैंड के शो विरासत स्थलों में भी शामिल किया गया है.
इटली का संसद भवन
दुनिया के सबसे पुराने संसद भवनों की लिस्ट में इटली का संसद भवन 'पलाज्जो मडामा' भी शुमार है. इस संसद का निर्माण 1505 में किया गया था.
फ्रांस
लिस्ट में अगला नाम फ्रांस के संसद भवन 'लग्जमबर्ग पैलेस' का है. इसका निर्माण वहां के राजा के भवन के तौर पर 1615 से 1645 के बीच हुआ था. साल 1958 से लगातार यहां पर संसद भवन की बैठक हो रही है.
अमेरिका
अमेरिका का संसद भवन भी 200 साल से ज्यादा पुराना है. अमेरिका के संसद भवन का निर्माण साल 1800 में हुआ था.
ब्रिटेन
ब्रिटेन का संसद भवन 'हाउस ऑफ कॉमन' का निर्माण 1840 में और हाउस ऑफ लॉर्ड्स का निर्माण 1870 में हुआ था. यहां का संसद भवन भी दुनिया के सबसे पुराने संसद भवनों में शुमार है.