Newborn Babies: घर में जब भी इस बात की खबर मिलती है कि नन्हा मेहमान आने वाला है, तो कपल तो खुशी से झूम उठता ही है, वहीं परिवार के लोग भी काफी खुश हो जाते हैं. जब वो नन्हा मेहमान घर में आता है तो पूरा घर उसकी किलकारी से गूंज उठता है. हर कोई छोटे बच्चे को प्यार करने और उसकी नजर उतारने में लगा रहता है. अगर आपने ध्यान दिया होगा तो जब भी कोई बच्चे को अपनी गोद में थामता है तो उसको कहा जाता है कि संभालकर, गिराना मत और तेज आवाज मत करना. शायद आपको भी इसके पीछे की वजह नहीं पता होगी. आज हम आपको बताते हैं. 


 तेज आवाज और गिरने से डरते हैं


जब बच्चा नवजात होता है तो उसे दो चीजों से सबसे ज्यादा डर लगता है, पहला तो है तेज आवाज का डर और दूसरा है गिरने का डर. इसीलिए जब बच्चा छोटा होता है तो लोग घरों में तेज आवाज करने से बचते हैं और संभालकर गोद में थामते हैं, जिससे कि वो गिरे न. तेज आवाज नन्हे बच्चों के दिमाग में सीधा ट्रिगर करती है और वो चौंक जाते हैं, इसीलिए रोने लगते हैं. इसके अलावा नवजात को माता-पिता से अलग होने का भी डर लगा रहता है. दरअसल अभी बच्चे छोटे होते हैं तो वो सुरक्षित और सहज महसूस करने के लिए अपने माता-पिता पर निर्भर होते हैं. 


अचानक हलचल से भी डर जाते हैं


नवजात बच्चा अजनबियों से भी डरता है. अजनबी उनके लिए अनजन और डरावने हो सकते हैं. कुछ नन्हे बच्चों को अंधेरे से भी डर लगता है, क्योंकि वो ये नहीं देख पाते कि अंधेरे में क्या है. नवजात शिशुओं को अचानक हलचल से भी डर लग सकता है, क्योंकि वे अभी तक अपनी दुनिया के बारे में जानते ही नहीं हैं. नवजात बच्चे अपने माता-पिता के अलावा किसी और के पास सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं, इसलिए उनको असुरक्षा का भी भय होता है. 


छोटी सी आहट से भी डरते हैं बच्चे


बच्चों के साथ कुछ नकारात्मक या फिर हानिकारक चीज भी उनके डरने का कारण बन सकता है. दरअसल छोटे बच्चों का मन बहुत नाजुक होता है और वो इतने छोटे होते हैं कि किसी भी चीज को अभी वो नहीं समझ सकते हैं. यही वजह है कि नन्हे बच्चे छोटी-मोटी आहट से भी डरने लगते हैं. या फिर अगर कोई अजनबी उनको गोद में उठा ले तो वो डर जाते हैं. इसीलिए छोटे बच्चे अपने मम्मी-पापा के पास चिपके रहते हैं.