कोई गैर मुस्लिम हज करने चला जाए तो उसके साथ क्या होता है? जानिए इसके लिए क्या है नियम
हर साल दुनियाभर से लाखों मुसलमान हज की यात्रा पर जाते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि अगर कोई गैर मुस्लिम व्यक्ति हज की यात्रा पर जाता है, तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है?

मुस्लमानों के सबसे पवित्र स्थल मक्का है. हर साल दुनियाभर से लाखों जायरीन हज 2025 की यात्रा के लिए जाते हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या कोई गैर मुस्लिम हज कर सकता है? आज हम आपको बताएंगे कि ऐसा करने पर उस व्यक्ति के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है.
हज यात्रा
हज यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं. वहीं अभी कुछ दिनों पहले ही सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय ने हज यात्रा को लेकर नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. जिसके बाद अब बच्चे हज की यात्रा पर नहीं जा सकते हैं. दरअसल बढ़ती भीड़ के कारण बच्चों की एंट्री पर बैन लगाया गया है. इसके अलावा अब हज यात्रा में उन लोगों को ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी, जो पहली बार हज यात्रा के लिए अप्लाई किए होंगे.
गैर मुस्लिम जा सकते हैं हज करने ?
हज की यात्रा शुरू होने पर इसको लेकर आम लोगों के मन में बहुत सारे सवाल होते हैं. इन सवालों में एक सवाल ये भी है कि क्या गैर मुस्लिम व्यक्ति हज की यात्रा पर जा सकता है? मुस्लिम जानकारों और नियमों के मुताबिक हज पर जाने के लिए सबसे ईमान शर्त है कि उस शख्स को मुस्लिम होना है. आसान भाषा में मुसलमानों के अलावा किसी भी धर्म का कोई व्यक्ति हज पर नहीं जा सकता है. अब दूसरा सवाल ये है कि अगर कोई व्यक्ति मना करने के बावजूद हज पर जाता है, तो क्या होगा? बता दें कि ऐसी स्थिति में सऊदी अरब की सरकार उस व्यक्ति को गिरफ्तार करके वापस उसके देश डिपोर्ट कर सकती है या उस व्यक्ति के खिलाफ संबंधित कानून के तहत कार्रवाई करके जुर्माना लगा सकती है और उसे जेल में डाल सकती है.
क्या सभी मुसलमान जाते हैं हज?
अब सवाल ये है कि क्या दुनियाभर में मौजूद सभी तरह के मुसलमान हज की यात्रा पर जाते हैं. जैसा कि अभी मैंने आपको बताया है कि हज की यात्रा करने के लिए मुसलमान होना पहली शर्त है. लेकिन दुनिया में एक ऐसा मुस्लिम समाज भी है, जिसकी हज यात्रा करने पर रोक है. जी हां, वो हैं अहमदिया मुसलमान. अहमदिया मुसलमान की जो मान्यता है, उसके मुताबिक दूसरे मुसलमान अहमदिया को मुसलमान नहीं मानते हैं और सऊदी अरब ने उनके हज करने पर रोक लगाकर रखा है. इतना ही नहीं अगर वे हज करने के लिए मक्का पहुँचते हैं, तो उनके गिरफ़्तार होने और डिपोर्ट होने का ख़तरा रहता है. यही कारण है कि अहमदिया मुसलमान चाहकर भी हज नहीं जा पाते हैं.
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