Nobel Prize Winner 2023: कितने भारतीयों को अभी तक मिल चुका है नोबेल पुरस्कार? यहां देखें लिस्ट
Nobel Prize Winner 2023: आज नोबेल पुरस्कार जीतने वालों की लिस्ट जारी होनी शुरू हो जाएगी. आइए उससे पहले जान लेते हैं कि भारत से अब तक कितने लोगों को पुरस्कार मिल चुका है.
Nobel Prize Winner 2023: आज से नोबेल प्राइज विनर 2023 के नाम की घोषणा शुरू की जा रही है. भारत में इसकी चर्चा हमेशा से होती रही है. इंडिया को अमेरिका की तुलना में काफी कम बार नोबेल पुरस्कार मिला है. इस बार भारत को विनर लिस्ट में शामिल किया जाएगा या नहीं, इसके बारे में अपडेट लिस्ट जारी होने के बाद ही मिलेगा. आइए तब तक इसके बारे में जानते हैं कि भारत में अब तक कितने लोगों को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है. साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि नोबेल पुरस्कार होता क्या है. चलिए शुरू करते हैं.
भारत से इन लोगों को मिला है नोबेल पुरस्कार
भारत के लोग अलग-अलग वर्ग में कुल 10 नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं. लिस्ट में सबसे पहले रविंद्र नाथ टौगोर को साहित्य के लिए यह पुरस्कार मिला था. आगे बताएं तो विज्ञान के लिए सर चंद्रशेखर वेंकट रमन को भी यह पुरस्कार मिल चुका है. उसके बाद इलेक्ट्रॉन पर काम करने वाले हर गोबिंद खुराना को, मानव सेवा के लिए मदर टेरेसा, फिजिक्स के लिए सुब्रमण्यन चंद्रशेखर, अर्थशास्त्र के लिए अमर्त्य सेन, सर विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल, रसायन विज्ञान के लिए वेंकटरमण रामकृष्णन, मजदूरों के बच्चों को शिक्षा के लिए कैलाश सत्यार्थी को और गरीबी हटाने के लिए अभिजीत विनायक बनर्जी को यह पुरस्कार मिल चुका है.
नोबेल पुरस्कार क्या होता है?
नोबेल पुरस्कार एक काफी फेमस पुरस्कार है जो 6 अलग-अलग क्षेत्रों में दिया जाता है. ये उन लोगों को दिया जाता है जिन लोगों ने पिछले वर्ष के दौरान मानव जाति को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाया है, और उनका उन खास 6 क्षेत्रों से ताल्लूक है. मूल रूप से यह पुरस्कार फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेडिसिन, साइकॉलजी, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया जाता है. इसमें शांति पुरस्कार की विशेषता यह है कि ये उस व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने राष्ट्रों के बीच फैलोशिप को आगे बढ़ाने, स्थायी सेनाओं को समाप्त करने या कम करने और शांति की स्थापना और प्रचार के लिए सबसे अधिक या सबसे अच्छा काम किया है. 1968 में इसमें सातवां पुरस्कार जोड़ा गया था जो आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में था. यह पुरस्कार आधिकारिक तौर पर नोबेल पुरस्कार नहीं है, लेकिन इसे "अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिजेस रिक्सबैंक पुरस्कार" कहा जाता है. इसकी स्थापना स्वेरिजेस रिक्सबैंक (स्वीडन का केंद्रीय बैंक) की ओर से की गई थी.