भारत समेत कई देशों में बीते एक दशक से फ्लाइट की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है. इसकी वजह फ्लाइट का दाम का कम होना और लंबी दूरी का सफर चंद घंटों में करना है. आज के वक्त मीडिल क्लास का व्यक्ति भी आसानी से फ्लाइट में सफर कर रहा है, क्योंकि कई एयरलाइंस कपंनी किफायती दाम पर टिकट दे रहे हैं. लेकिन आसमान में विमान के बढ़ने के साथ ही हादसों में भी बढ़ोत्तरी हुई है. आज हम आपको एक ऐसे विमान के बारे में बताएंगे, जिसके क्रैश होने पर भी पैसेंजर की जान नहीं जाएगी.


फ्लाइट


नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक भारत में हर रोज 6000 से ज्यादा फ्लाइट्स आसमान में होती हैं. इसमें 3,061 प्रस्थान उड़ानें और 3,058 आगमन उड़ान शामिल है. इसमें देशी और विदेशी दोनों उड़ानें शामिल हैं. वहीं अमेरिका में हर दिन 42,000 विमान उड़ान भरते हैं, जिनमें से किसी भी समय 5,000 विमान आसमान में होते हैं.


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फ्लाइट क्रैश


भारत समेत दुनियाभर में कई बार विमान हादसों ने लोगों की नींद उड़ा दी है. कुछ विमान हादसे तो इतने भयानक हुए हैं कि आसमान से लेकर कई किलोमीटर दूर तक उस हादसे की आवाज पहुंची है. भारत के बड़े विमान क्रैश दुर्घटनाओं में मई 2010 में मंगलौर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. इस हादसे में 158 लोग मारे गए थे. 


इसके अलावा भारत के सबसे बड़े विमान हादसों में एक नंवबर 1996 का हादसा भी है. इस हादसे में सऊदी अरब एयरलाइन फ्लाइट 763 दिल्ली से रवाना होने के वक्त बीच हवा में कजाकिस्तान फ्लाइट 1907 से टकरा गई थी. ये हादसा हरियाणा के गांव चरखी दादरी के ऊपर आसमान में हुआ था. 


ये विमान सुरक्षित 


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के इंजीनियर ने एक ऐसा हवाई जहाज डिजाइन किया है, जिसमें आपातकाल के समय केबिल अलग हो जाएगा और पैराशूट बाहर आ जाएगा. जिससे सारे यात्री सुरक्षित रूप से पानी या जमीन पर उतर जाएंगे. हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी ऐसा विमान तैयार नहीं हुआ है, ये बस डिजाइन है. लेकिन माना जा रहा है कि ऐसा विमान अगर तैयार होता है, तो विमान हादसों के समय सभी यात्री सुरक्षित जमीन या पानी में लैंड कर सकते हैं.    


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विमान क्रैश


दुनियाभर के देशों में अलग-अलग कारणों से विमान हादसा होने की खबर सामने आती है. हालांकि फ्लाइट से जुड़े इंजीनियर लगातार विमान हादसों को कम करने और आपात स्थिति में फ्लाइट को सुरक्षित लैंड कराने के लिए तकनीकों को जोड़ रहे हैं. लेकिन कई बार कुछ मानवीय कारणों से भी फ्लाइट क्रैश होने की खबर सामने आती है.


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