लक्षद्वीप में नहीं हैं एक भी कुत्ते, गलियों में नज़र आते हैं ये जानवर
सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप लगातार ट्रेंड कर रहा.लेकिन क्या आप जानते हैं कि लक्षद्वीप में एक भी कुत्ते नहींं पाए जाते हैं,ये स्टेट रेबीज फ्री है.आज हम आपको बताएंगे लक्षद्वीप से जुड़े कुछ ऐसे ही रोचक तथ्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप यात्रा के बाद लगातार सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप ट्रेंड कर रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने खूबसूरत तस्वीरें साझा करके भारतीय पर्यटकों से लक्षद्वीप जाने का आह्वान किया था, इसके बाद से लक्षद्वीप में पर्यटकों की बुकिंग बहुत तेजी बढ़ रही है. लेकिन इन बातों के अलावा आज हम आपको लक्षद्वीप से जुड़ी कुछ ऐसे ही अनोखी बातें बताने वाले हैं. जैसे क्या आपको पता है कि लक्षद्वीप में एक भी कुत्ते नहीं हैं?
रेबीज फ्री स्टेट
लक्षद्वीप एक रेबीज फ्री स्टेट है. इस केंद्रशासित प्रदेश में कुत्ते नहीं पाए जाते हैं. इसके अलावा घूमने जाने वाले पर्यटकों को भी कुत्तों को लेकर जाने की इजाजत नहीं है. सरकार ने पालतू और गैर-पालतू सभी तरह के कुत्तों को लक्षद्वीप में लेकर जाने पर रोक लगाई है. हालांकि लक्षद्वीप में बहुतायत बिल्लियां और चूहे पाए जाते हैं. यहां पर सभी गलियों और रिजार्ट के आस-पास आपको बिल्ली और चूहे दिखते हैं.
मछलियों की 600 से ज्यादा प्रजाति
लक्षद्वीप में मछलियां बहुत ज्यादा संख्या में पाई जाती हैं. यहां पर आपको अलग-अलग प्रजाति की मछलियां दिखेगी. जानकारी के मुताबिक लक्षद्वीप में करीब 600 से ज्यादा प्रजातियों की मछलियां पाई जाती हैं. वहीं खानपान से लेकर रहन-सहन और संस्कृति के मामले में कई मायनों में भारत के दूसरे राज्यों से यह अलग है.
कुल आबादी करीब 64 हजार
36 छोटे-छोटे द्वीप से मिलकर बने लक्षद्वीप की कुल आबादी करीब 64000 के आसपास है. वहीं इसमें 96 फीसदी आबादी मुसलमान है. लेकिन हर साल यहां हजारों की संख्या में पर्यटक जाते हैं, लक्षद्वीप में आमदनी का प्रमुख जरिया भी टूरिज्म और मछली है.
10 आइलैंड पर रहते हैं लोग
लक्षद्वीप में भले ही 32 आइलैंड हैं. लेकिन यहां पर सिर्फ दस आईलैंड पर ही लोग रहते हैं. जिसमें- कवाराट्टी, अगाट्टी, अमिनी, कदमत, किलातन, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय शामिल हैं. कई द्वीप तो ऐसे हैं, जहां 100 से भी कम लोग रहते हैं. वहीं कवाराट्टी यहां की राजधानी है.
भाषा
लक्षद्वीप में मुख्य तौर पर मलयालम बोली जाती है. वहीं कुछ लोग मह्हे भी बोलते हैं, जिसकी लिपि धिवेही है. यह वही भाषा है जो मालदीव में भी बोली जाती है.
तितली मछली
तितली मछली लक्षद्वीप का राज्य पशु है. यहां कम से कम आधा दर्जन प्रजाति की तितली मछलियां पाई जाती हैं. इसी तरह सूटी टर्न इस राज्य का राजकीय पक्षी और ब्रेड फ्रूट राजकीय पेड़ है. बता दें कि लक्षद्वीप को एक और बात खास बनाती है. यहां साइरेनिया या 'समुद्री गाय' पाई जाती है, जो लुप्तप्राय है. ये समुद्री गाय दुनिया के किसी-किसी हिस्से में ही मिलती है.
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