हर जूता स्पोर्ट शू नहीं होता, जानिए रनिंग, क्रिकेट, फुटबॉल और बास्केटबॉल जूतों में अंतर
दुनियाभर में फुटबॉल और क्रिकेट खेलों का क्रेज सबसे अधिक होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन खेलों के जूतों में क्या अंतर होता है और ये खिलाड़ियों को अच्छा खेलने में कैसे मदद करते हैं.
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में जीतने के बाद हर तरफ सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम चर्चा में है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सभी गेम में खिलाड़ियों के अलावा उनके उपकरण भी अच्छे गेम के लिए जरूरी होते हैं. इनमें सभी सामान के अलावा खिलाड़ियों के जूते भी काफी जरूरी होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि फुटबॉल, बास्केटबॉल और क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों के जूतों में क्या-क्या अंतर होता है.
स्पोर्ट शू
दुनियाभर में अच्छा कपड़ा पहनने के साथ ही लोगों को अच्छा जूता भी पहनने का शौक होता है. कुछ लोगों को फॉर्मल शू तो वहीं कुछ लोगों को स्पोर्ट शू पसंद होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि अलग-अलग खेलों का जूता भी अलग क्यों होता है.
बता दें कि सभी खेलों को खेलने का तरीका अलग-अलग होता है. फुटबॉल जहां एक बड़ी गेंद से खेला जाता है, वहीं क्रिकेट एक सामान्य गेंद और टेबल टेनिस एक बारीक लेकिन हल्की गेंद से खेला जाता है. इसी तरह हर खेल में अलग-अलग जरूरी सामान मिलकर किट बनते हैं, जो हर खिलाड़ी के लिए जरूरी होता है. इसी किट का एक अहम हिस्सा है जूता होता है. जूता एक खिलाड़ी को गति देता है और उसके खेल में भी मदद करता है.
फुटबॉल शू को जूता क्लीट या बूट कहा जाता है. वहीं बास्केटबॉल में इन्हें स्नीकर्स कहा जाता है. क्रिकेट के जूतों के लिए स्पाइक्स नाम इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि इनके नामों में अंतर भी उनकी बनावट के कारण आता है. जहां फुटबॉल के जूते में नीचे की तरफ स्टड्स होते हैं, जिससे दौड़ते समय फिसलन नहीं होती है. वहीं स्नीकर्स को उसकी सोल की पेडिंग खिलाड़ी के लिए शॉक एब्जॉर्बर का काम करता है. स्पाइक्स फिसलने के साथ ही शॉक एब्जॉर्बर भी होते हैं.
क्रिकेट
क्रिकेट के शू में लगातार बदलाव होते रहते हैं. पहले ये जूते नीचे से सपाट हुआ करते थे, लेकिन खेल के आगे बढ़ने के साथ इनमें भी बदलाव हुए हैं. इसके जूते एक तरह से रनिंग और फुटबॉल बूट का मिक्सचर है. क्योंकि इस खेल में दौड़ के साथ ही जंप, डाइव की भी जरूरत होती है. ऐसे में क्रिकेट के जूतों के नीचे स्पाइक्स होते हैं. इससे ग्रिप में मदद मिलती है, जो खिलाड़ियों को फिसलन से बचाती है. बास्केटबॉल के शू स्नीकर्स, टखनों के ऊपर के हिस्से को कवर करते हैं.
टेनिस
दुनिया के सबसे पुराने खेलों में से एक टेनिस शुरुआत में केवल घास पर खेला जाता था. तब कैनवास या लेदर शूज ही पहने जाते थे. हार्ड कोर्ट में खेलने के दौरान टेनिस के जूतों के सोल एक सपाट होते हैं.
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