भारत में नया साल 1 जनवरी को मनाया जाता है, जिसके बाद हाल ही में गुड़ी पड़वा को हिंदू नववर्ष के रूप में सेलिब्रेट किया गया है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत में एक या दो नहीं बल्कि एक साल में 9 बार नव वर्ष सेलिब्रेट किया जाता है. अब आप सोच रहे होंगे कि वो कैसे? तो चलिए जानते हैं.
भारत में एक या दो नहीं बल्कि 9 बार मनाते हैं नववर्ष
भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में 1 जनवरी को नववर्ष के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. वहीं गुड़ी पड़वा को हिंदू नववर्ष के रूप में तो जू़ड शीतल को मैथिली नववर्ष के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत में ऐसे 9 नववर्ष हैं जिन्हें एक ही साल में मनाया जाता है. नहीं ना? दरअसल हमारे देश में अलग-अलग प्रदेशों और धर्मों के हिसाब से नववर्ष मनाए जाते हैं. ऐसे में चलिए जानतेे हैं कि आखिर एक साल में मनाए जाने वाले ये 9 नववर्ष कौन-कौनसे हैं.
एक साल में मनाए जाते हैं ये नववर्ष
भारत में हर जगह सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलती है. ऐसे में 1 जनवरी के अलावा सालभर में 9 ऐसे मौके आते हैं जो देश के अलग-अलग भागों में नववर्ष के रूप में सेलिब्रेट किए जाते हैं. जिनमें पहला पंजाब में मनाया जाने वाला वैसाखी है. जो रिख खालसा केे गठन के रूप में भी मनाया जाता है. इसके बाद बिहार-झारखंड में सेलिब्रेट किया जाने वाला जूड शीतल है. जो नव वर्ष के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है.
वहींं उत्तर पूूर्वी राज्य में मनाया जाने वाला बोहाग बिहू, महाराष्ट्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में सेलिब्रेट किया जाने वाला गुड़ी पड़वा, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मनाया जाने वाला उगादि, ईरानी लोगों द्वारा मनाया जाने वाला जमशेदी नवरोज, केरल में मनाया जाने वाला विशु, पश्चिम बंगाल में मनाया जाने वाला पोहेला बोइशाख और मुहर्रम के पहला दिन इस्लाम में नए साल के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है.
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