भूत होते हैं या नहीं ये सवाल सदियों से उलझा हुआ है. दुनियाभर में ऐसे लाखों करोड़ों लोग हैं जो भूतों को मानते हैं. उनका मानना है कि भूत होते हैं और वो इंसानों को कई बार अपनी मौजूदगी का अहसास भी कराते हैं. भारत में तो ऐसी कई जगहें हैं जिन्हें भूतों का बसेरा कहा जाता है. इन्हीं में से एक है राजस्थान का एक गांव कुलधरा. जिसके बारे में कहा जाता है कि ये क्षेत्र शापित है और यहां भूतों का बसेरा है. हालांकि, आज हम जिस जगह की बात कर रहे हैं वो कुलधरा नहीं बल्कि भारत की ही एक दूसरी जगह है. चलिए आपको बताते हैं उस जगह के बारे में.


कौन सी है वो जगह?


हम जिस जगह की बात कर रहे हैं वो है धनुषकोडी. धनुषकोडी तमिलनाडु के रामेश्वरम में है. इस जगह का संबंध रामायण से भी है. दरअसल, तमिलनाडु के पूर्वी तट पर स्थित रामेश्वरम द्वीप के दक्षिण में स्थित ये छोटा सा धनुषकोडी क्षेत्र बेहद सुदर है. कहते हैं कि यहां से आपको श्रीलंका भी नजर आता है. हालांकि, इसी सुंदरता के बीच छिपा है भूतों का साया.


भूतों का क्या है संबंध


ऐसे देखा जाए तो ये क्षेत्र बेहद पवित्र है. इस क्षेत्र का नाम रामायण के उस काल से जुड़ा है जब भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्त की थी. लेकिन अब कुछ लोग इस जगह को भूतिया भी कहते हैं. इसे भूतिया मानने के पीछे जो वजह बताई जाती है वो ये है कि साल 1964 में यहां भयंकर चक्रवात आया था, इस चक्रवात में लगभग 1800 लोगों की मौत हो गई. कहते हैं कि इस घटना के बाद से ही इस क्षेत्र में अजीब अजीब सी घटनाएं होती हैं. लोगों को तरह तरह की आवाजें सुनाई देती हैं. हालांकि, इसके कोई ठोस सुबूत नहीं हैं. कई लोग इसे पूरी तरह से निराधार बताते हैं. इटंरनेट पर जब आप इससे जुड़ी जानकारियां हासिल करेंगे तो आपको जरूर इसके बारे में थोड़ा बहुत लिखा मिल जाएगा.


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