Number of Tyres in Truck: सड़कों पर आपने किसी भी तरह का सामान ले जाते हुए ट्रकों को देखा है. आपने अगर इनमें लगे टायरों पर गौर की होगी तो पाया होगा कि बहुत से ट्रकों में 6 टायर होते हैं तो कुछ में 10 तो किसी में 14. इसी तरह आपने अलग अलग टायरों की संख्या वाले ट्रक देखे होंगे. क्या कभी आपने यह सोचा है कि ट्रक में कितने टायर होंगे इस बात का निर्धारण कैसे होता है? दरअसल, ट्रक में कितने टायर होंगे इसका निर्धारण इस बात पर होता है कि ट्रक कितना वजन उठाने के लिए डिजाइन किया गया है. ट्रकों उनके लोड उठाने की क्षमता के आधार पर निम्न श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं:


स्मॉल कमर्शियल व्हीकल (Small Commercial Vehicle)
इस श्रेणी में छोटी व्यावसायिक गाड़ियां होतीं हैं जो करीब 3.5 टन के अंदर वजन उठाती हैं. उदाहरण के तौर पर महिंद्रा के पिकअप ट्रक, टाटा ऐस और अशोक लेलैंड का दोस्त आदि गाड़ियां इसमें आती हैं. इनमें वैसे तो 4 टायर होते हैं लेकिन एक स्पेयर टायर यानी स्टेपनी को मिला कर कुल 5 टायर होते हैं. इसके पहियों का साइज 13″ (13 इंच) से लेकर 15″ (15 इंच) तक होता है.


लाइट कमर्शियल व्हीकल (Light Commercial Vehicle)
इस श्रेणी के ट्रक 4 या 5 टन से लेकर 11 टन तक का वजन उठा सकते हैं. भारत में ऐसे ट्रक टाटा, अशोक लेलैंड, आयशर, महिंद्रा कंपनियां बनाती हैं. इनमें 6 टायर जमीन पर होते हैं लेकिन एक स्पेयर टायर यानी स्टेपनी को मिला कर कुल 7 टायर होते हैं. इन ट्रकों में 16″ से 17″ साइज तक के पहिए होते हैं.


मीडियम कमर्शियल व्हीकल (Medium Commercial Vehicle)
वैसे तो इस श्रेणी के ट्रकों में भी 6 टायर जमीन पर और एक स्पेयर टायर सहित कुल 7 ही टायर होते हैं, लेकिन ये ट्रक 11 या 12 टन से लेकर 16 टन तक का वजन उठा सकते हैं. टाटा, अशोक लेलैंड, आयशर, महिंद्रा जैसी कंपनियां भारत में इन ट्रकों को बनाने का काम करती हैं. इन ट्रकों के पहिए का साइज 20″ होता है.


हेवी कमर्शियल व्हीकल (Heavy Commercial Vehicle)
16 टन से अधिक वजन उठाने वाले ट्रकों को हैवी कमर्शियल व्हीकल की श्रेणी में रखा जा सकता है. भारत में इन ट्रकों को टाटा, अशोक लेलैंड, आयशर, महिंद्रा, डेमलर आदि कंपनियां बनाती हैं. वैसे तो इन ट्रकों में भी 20″ साइज के ही टायर होते हैं, लेकिन मीडियम ड्यूटी ट्रक के टायरों से इनकी चौड़ाई थोड़ी ज्यादा होती है. अब इस श्रेणी में जैसे जैसे वजन बढ़ता है, वैसे-वैसे टायरों और एक्सल की संख्या भी बढ़ती जाती है. जैसे 25 टन में 11 टायर लगे होंगे, जिनमें से 10 जमीन पर चलते हैं और एक स्पेयर टायर होता है. 31 टन के लिए 13 टायर (12 गाड़ी में लगे होते हैं और एक स्पेयर) 37 टन में 15 टायर (14 गाड़ी में लगे होंगे और एक स्पेयर) लगे होते हैं.


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