Indian Railways Facts: ट्रेन में सफर करना बड़ा ही आरामदायक होता है. अक्सर ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को स्टेशन पर इंतज़ार करना पड़ता है. अगर आपने कभी स्टेशन पर इंतजार किया होगा तो यकीनन आपने ट्रेन के डिब्बों पर लिखे नंबर्स को जरूर नोटिस किया होगा. ट्रेन के हर डिब्बे पर एक अलग नंबर लिखा होता है. क्या आपको इस नंबर के पीछे का कारण पता है. अगर नहीं तो आज इस खबर के जरिए आपको ट्रेनो के नंबरो के पीछे की कहानी बताते हैं.

 

रेलवे ने अपनी सुविधा के लिए ट्रेनों को खास तरीके से डिजाइन किया है. उसी कड़ी में ये नंबर भी हैं. आम जनता का इन नंबर्स पर इतना ध्यान नहीं जाता. हर डिब्बे का एक अलग नंबर होता है जिससे उसकी पहचान की जाती है. 

 

डिब्बों पर क्यों दिया जाता है नंबर 

 

नंबर एक ट्रेन के डिब्बे की पूरी हिस्ट्री बताता है. 5 अंकों के इस नंबर के पहले 2 अंक यह बताते है कि डिब्बा किस साल में तैयार किया गया था. आखिरी 3 अंक डिब्बों की श्रेणी के बारे में बताते है. ट्रेन में अलग-अलग क्लास होते हैं जैसै फर्स्ट क्लास, सेकेंड क्लास, ये नंबर इन्हें ही दर्शाते हैं.

 

अलग अलग रंगों के क्यों होते है कोच

आपने कभी-न-कभी ट्रेनों के रंग को नोटिस तो किया ही होगा. कुछ ट्रेनों का रंग लाल होता है तो कुछ का नीला. यह रंग ट्रेनों की अलग-अलग श्रेणियों को बताते हैं. साथ ही ट्रेनों के रंग का कारण फैक्ट्रीज भी हो सकती है. अलग-अलग ट्रेन बनाने वाली फैक्ट्रीज ट्रेनों को अलग अलग रंग देती हैं.

 

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