'टिंग जी जिओ लू' ये तरीका ऑफिस के तनाव को कम कर देगा, जानिए क्या है ये
इस प्रक्रिया के चलते चीन में केले के गुच्छे तेजी से बिक रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म 'ताओबाओ' से अब तक 20,000 से ज्यादा केले के गुच्छे खरीदे गए हैं.
आज के दौर में किसी के पास कुछ हो ना हो लेकिन तनाव जरूर रहता है. खासतौर से उन लोगों के पास जो कॉर्पोरेट में मजदूरी करते हैं. अब ऐसे में नौकरी के दौरान जब तनाव चरम पर पहुंच जाता है तो कर्मचारी की प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ने लगता है. चीन ने इसी तनाव को दूर करने का एक रास्ता निकाला है. इसे टिंग जी जिओ लू कहा जाता है.
क्या है टिंग जी जिओ लू
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, टिंग जी जिओ लू यानी स्टॉप एंग्जायटी. चीन की कई कंपनियां इस तरीके से अपने कर्मचारियों का तनाव कम कर रही हैं. दरअसल, इस प्रक्रिया में कर्मचारी को थान से लगे हुए कच्चे केले दिए जाते हैं. कर्मचारी इन केलों को अपने डेस्क पर एक गमले में रखता है और उसमें रोज पानी देता है.
ऐसा तब तक किया जाता है, जब तक कि केला पक ना जाए. एक्सपर्ट मानते हैं कि ऑफिस के तनाव के बीच कर्मचारियों का ध्यान जब केले को पकाने और उसका ध्यान रखने में लगता है तो उनका तनाव कम हो जाता है और कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी भी बढ़ जाती है.
क्या ऐसा सच में होता है
इस पर फिलहाल किसी कंपनी की आधिकारिक प्रक्रिया नहीं आई है. लेकिन सोशल मीडिया पर चीन के लोग इस बारे में बात करते मिल जाएंगे. जो लोग टिंग जी जिओ लू का हिस्सा बनते हैं, उनका कहना है कि केले के हरे से पीले होने में लगने वाला समय हमें अंतहीन आशा से भरा लगता है. यह तरीका सिर्फ तनाव को ही कम नहीं करता, बल्कि सहकर्मियों के साथ रिश्ते बेहतर करने में भी मदद करता है. जब केला पक जाता है तब सभी कर्मचारी इसे बांट कर खाते हैं.
तेजी से बिक रहे केले के तने
इस प्रक्रिया के चलते चीन में केले के गुच्छे तेजी से बिक रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म 'ताओबाओ' से अब तक 20,000 से ज्यादा केले के गुच्छे खरीदे गए हैं. इसके अलावा लोकल दुकानों से भी केले के गुच्छे खूब बिक रहे हैं. आपको बता दें चीन में लोग सप्ताह में 49 घंटे से ज्यादा काम करते हैं. इस वजह से उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ रहा है.
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