'अपनो को न बनाऊं, तो क्या पाकिस्तान से लाऊं...' ओम प्रकाश चौटाला के पिता ने क्यों कही थी ये बात
Om Prakash Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया, जिसके बाद अब उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है.
Om Prakash Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि कार्डियक अरेस्ट के चलते ओम प्रकाश चौटाला का अचानक निधन हो गया. उनके निधन की खबर ने पूरे राजनीतिक जगत को हिलाकर रख दिया है, खासतौर पर हरियाणा में उनके लाखों समर्थकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. ऐसे में आज उनके और उनके परिवार के बारे में हम आपको कुछ दिलचस्प जानकारी दे रहे हैं.
देवी लाल ने दिया था जवाब
ओम प्रकाश चौटाला और उनके भाइयों को राजनीति में लाने को लेकर उनके पिता और पूर्व डिप्टी पीएम देवी लाल चौटाला पर कई आरोप लगे, जिसका उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब भी दिया. एक बार जब देवी लाल से पूछा गया था कि वो अपने परिवार के लोगों को पॉलिटिक्स में लगातार क्यों मौका दे रहे हैं तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा- 'अपनो को न बनाऊं, तो क्या पाकिस्तान से लाऊं...' उनका ये जवाब काफी चर्चा में रहा था.
तीन बेटों की राजनीति में एंट्री
उप प्रधानमंत्री रहे देवीलाल ने अपने बांच बच्चों में से तीन को राजनीति में एंट्री करवा दी थी. उनके सबसे बड़े बेटे ओम प्रकाश चौटाला ही थे, जिन्होंने राजनीति में काफी कमाल का काम किया और पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने. देवीलाल ने उन्हें पहले लोकदल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया और इसके बाद राज्यसभा सीट भी थमा दी, साथ ही दूसरे बेटे को मंत्री बना दिया. इसके अलावा तीसरे बेटे को भी उन्होंने एक सरकारी विभाग में बड़ा पद दिया. ऐसा करने के बाद से ही उन पर विपक्षी दल लगातार हमलावर रहे. हालांकि बेबाकी के लिए पहचान रखने वाले देवी लाल ने हर बार मुंहतोड़ जवाब दिया.
हरियाणा के बड़े नेता थे चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला की बात करें तो वो एक मंझे हुए नेता थे, जिन्होंने हरियाणा के चुनावी दंगल में खूब कुश्ती लड़ी. पहला चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और इसके बाद वो हरियाणा की सियासी पिच पर कई सालों तक टिके रहे. पिता देवी लाल चौटाला को जब केंद्र में उप प्रधानमंत्री बनाया गया तो ओम प्रकाश चौटाला को सीएम की कुर्सी पर बिठा दिया गया. इसके बाद चौटाला पांच बार मुख्यमंत्री बने. हालांकि उन पर कई घोटालों के आरोप भी लगे और वो लंबे समय तक जेल में भी रहे. यहीं रहकर उन्होंने अपनी 10वीं और फिर 12वीं की परीक्षा पास की.
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