भारत में यहां बना है ॐ शेप वाला मंदिर, सैटेलाइट व्यू में 'अंतरिक्ष' से ऐसा दिखता है ये भव्य मंदिर
इस मंदिर को लेकर कहा जा रहा है कि यहां भगवान शिव की 1008 प्रतिमाएं लगाई जाएंगी. जबकि, आपको यहीं 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो जाएंगे. इस मंदिर की ऊंचाई की बात करें तो इस मंदिर का शिखर 135 फीट ऊंचा है.
भारत आस्था से भरे लोगों का देश है. यहां आपको छोटे-छोटे शहरों में ऐसे-ऐसे मंदिर मिल जाएंगे जिन्हें देख कर आप हैरान रह जाएंगे. ऐसा ही एक मंदिर राजस्थान के छोटे से शहर पाली में मौजूद है. यहां पाली जिले के जाडन गांव में बना ये ॐ आकार का मंदिर पूरे देश के लिए किसी अजूबे से कम नहीं है. सबसे बड़ी बात की यह मंदिर जितना सुंदर धरती से लगता है. उससे कहीं ज्यादा भव्य अंतरिक्ष से दिखाई देता है. चलिए आपको इस मंदिर के बारे में विस्तार से बताते हैं.
1995 में हुआ था शिलान्यास
इस मंदिर का शिलान्यास 1995 में हुआ था. जबकि इसका काम अब जाके पूरा हुआ है. 250 एकड़ परिसर में बने इस मंदिर को राजस्थान के सबसे बड़े मंदिरों में गिना जाता है. इस मंदिर को लेकर स्वामी महेश्वरानंद महाराज दावा करते हैं कि पूरे भूमंडल पर यह अब तक का इकलौता मंदिर है जिसकी आकृति ॐ के जैसी है.
महादेव की 1008 प्रतिमाएं यहां होंगी
इस मंदिर को लेकर कहा जा रहा है कि यहां भगवान शिव की 1008 प्रतिमाएं लगाई जाएंगी. जबकि, आपको यहीं 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो जाएंगे. इस मंदिर की ऊंचाई की बात करें तो इस मंदिर का शिखर 135 फीट ऊंचा है. जबकि, मंदिर परिसर में 108 कक्ष बनाए गए हैं. वहीं पूरे मंदिर परिसर में 2000 स्तंभ बनाए गए हैं. वहीं ॐ की आकृति के बीचो-बीच गुरु माधवानंद जी की समाधि भी बनाई गई है. आपको जानकर हैरानी होगी कि नागर श्रेणी से बने इस ॐ आकृति के मंदिर को बनाने के लिए खास पत्थर धौलपुर की बंसी पहाड़ी से लाए गए हैं. वहीं इस मंदिर परिसर के नीचे 2 लाख टन की टंकी भी बनाई गई है.
यहां पहुंचने का रास्ता
अगर आप भी इस ॐ आकार वाले भव्य मंदिर को देखना चाहते हैं तो आपको इसके लिए राजस्थान के पाली जिले के जाडन गांव में पहुंचना होगा. यह गांल नेशनल हाईवे 62 पर स्थित है और जोधपुर एयरपोर्ट से मात्र 71 किलोमीटर दूर है. वहीं दिल्ली अहमदाबाद को चलने वाली ट्रेन मारवाड़ जंक्शन के करीब होने से भी आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं. अगर आप दिल्ली से जाना चाहते हैं तो यहां से आप बस के जरिए या फिर प्राइवेट कैब के जरिए भी पहुंच सकते हैं.
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