नागपंचमी के दिन सांप को पिलाते हैं दूध? क्या दूध पिलाने से जा सकती है सांप की जान
देशभर में 9 अगस्त के दिन नागपंचमी का पर्व मनाया जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सांप को दूध पिलाने से सांप की जान भी जा सकती है और सांप के लिए दूध खतरनाक होता है.
हिंदू धर्म में सावन का महीना सबसे खास और पवित्र माना जाता है. माना जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है. इसीलिए हिंदू धर्म में इस महीने में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है. वहीं सावन के महीने में भगवान शिव के गले का श्रृंगार कहे जाने वाले नाग देवता की भी पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में इस दिन को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी सांप या नाग को दूध पिलाना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है. जी हां, नागपंचमी के दिन लोग नाग को दूध पिलाते हैं, लेकिन साइंस इसको गलत कहता है.
नागपंचमी
देशभर में नागपंचमी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि ऐसा नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. बता दें कि इस बार 9 अगस्त के दिन देशभर में नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन नाग देवता के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है.
नाग को दूध पिलाना
बता दें कि नागपंचमी के दिन हिंदू धर्म के लोग नाग देवता की पूजा करने के साथ ही उन्हें दूध पिलाते हैं. गांव और शहरों में कई बार सपेरा नाग को लेकर घूमते हैं और नाग को दूध समेत अन्य चीजों का सेवन कराने के लिए कहते हैं और उसके बदले में सेवाधर्म के नाम पर पैसा मांगते हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक्सपर्ट के मुताबिक सांपों को दूध पिलाना गलत और सांपों के लिए नुकसानदायक होता है. इससे सांपों की मौत हो सकती है. सर्प विशेषज्ञ डॉ. विशाल पटेल के मुताबिक सांप ही नहीं किसी भी सरीसृप के लिए दूध नुकसानदायक होता है. उनका कहना है कि सरीसृप ना तो खुद दूध का उत्पादन करते हैं और ना ही इनमें दूध को पचाने वाले एंजाइम्स बनते हैं.
अब सवाल ये है कि नागपंचमी के दिन सांप दूध क्यों पीते हैं. दरअसल सपेरे नाग पंचमी से पहले सांपों के दांत तोड़ने के साथ ही उनकी जहर की ग्रंथि भी निकाल देते हैं. वहीं सपेरे नागपंचमी से पहले सांपों को कई दिन भूखा-प्यासा रखते हैं. जिस कारण भूख लगने पर वो कुछ खा पी लेते हैं.विशेज्ञषों के मुताबिक दूध पीने से सांप के फेफड़े और आंत भी खराब हो जाते हैं. जिससे कुछ दिनों बाद उनकी मौत हो जाती है. इसलिए विशेज्ञषों का कहना कि सांप को दूध पिलाना उनकी हत्या करने जैसा है.
रिसर्च में आया सामने
अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में लेघ यूनिवर्सिटी के डेविड कडल ने 2012 में प्रकाशित एक लेख में कहा कि प्रकृति जीवों में उन्हीं अंगों और रसायनों का निर्माण करती है, जिसकी उन्हें जरूरत होती है. सांप के आमाशय या आंत में दूध को पचाने वाले रसायन बनते ही नहीं है. ऐसे में सांप दूध पीते ही नहीं हैं.
ये भी पढ़ें: दुनियाभर में हर साल कितने किलो सोना निकाला जाता है, क्या इसका है कुछ आंकड़ा?