मुगल बादशाहों के ऐसे कई किस्से हैं जिन्हें सुनकर लोग आश्चर्य में पड़ जाते हैं. जैसे आम धारणा है कि मुगल शराब और मांस के बहुत शौकीन होतेे होंगे या फिर वो रोज इस तरह का खान-पान करते होंगे. हालांकि आपको ये जानकर काफी आश्चर्य होगा कि ऐसा नहींं है. बल्कि कई मुगल बादशाह ऐसे थे कि उन्हें मांस खाने का बिल्कुल शौक नहीं था, वहीं कुछ बादशाह ऐसेे भी थे जिन्हें मदिरा बिल्कुल पसंंद नहीं थी. उन्हीं में से एक बादशाह थे शाहजहां. चलिए आज उन्हींं से जुड़ा एक रोचक किस्सा शेयर करते हैं.
किसके आदेश पर शाहजहां का पीनी पड़ी थी शराब
मुगल बादशाह शाहजहां और मुमताज की प्रेेम कहानी की लोग मिसाल देते हैं.. ऐसा भी माना जाता है कि शाहजहां ने पहली बार शराब अपनी पत्नी मुमताज के कहने पर पी थी. हालांकि शाहजहां ने 24 साल की उम्र में ही शराब को छू भी लिया था और मजबूरन उन्हें शराब पीनी भी पड़ी थी. दरअसल दावा किया जाता है कि पिता जहांगीर ने शाहजहां को शराब पीनेे का आदेश दे दिया था. जिसके चलते उन्हें शराब पीनी पड़ी थी. इस घटना के बाद शाहजहां ने 6 साल में बहुत कम ही मौकों पर शराब को अपने मुंंह से लगाया था.
कैसे छोड़ दी थी शराब
अब्राहम इराली की किताब एम्परर्स ऑफ द पीकॉक थ्रोन द सागा ऑफ द मुगल्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि एक बार शाहजहां ने दक्षिण की ओर कूच किया. इस दौरान बहुत सारी शराब उनके साथ थी. जिसके बाद वो चंबल नदी के पास गए और नदी में अपने पूरे शराब के भंडार को बहा दिया. इस दिन शाहजहां ने शराब न पीने की मानो कसम खा ली और फिर कभी उसे नहीं छुआ. यही वो दिन था जब शाहजहां ने हमेशा के लिए शराब को त्याग दिया था.
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