(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
तेजी से बढ़ रही है दुनिया की आबादी? अगर आप भी ये सोचते हैं तो जान लें क्या है सच्चाई
आज पूरी दुनिया में बढ़ती जनसंख्या एक वैश्विक समस्या है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जनसंख्या किस रफ्तार के साथ बढ़ रहा है और इसको कम करने के लिए अलग-अलग देश क्या काम कर रहे हैं.
दुनियाभर में आज यानी 11 जुलाई के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. भारत,चीन समेत दुनियाभर में बढ़ती जनसंख्या एक वैश्विक समस्या है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनियाभर के देशों में जनसंख्या किस रफ्तार से बढ़ रही है और 2050 तक जनसंख्या कहां तक पहुंच जाएगी. आज हम आपको बताएंगे कि दुनियाभर की जनसंख्या किस रफ्तार से आगे बढ़ रही है और आंकड़ा क्या कहता है.
जनसंख्या वैश्विक समस्या
आज दुनियाभर में जनसंख्या एक वैश्विक समस्या बन चुकी है. भारत ही नहीं दुनियाभर के कई देश बढ़ती जनसंख्या से परेशान हैं. जनसंख्या नियंत्रण एक वैश्विक मुद्दा है और कई देश इस पर गंभीरता के साथ काम करने का प्रयास भी कर रहे हैं.बता दें कि भारत दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है. देश की आबादी 142.86 करोड़ से ज्यादा है, वहीं चीन अब दूसरे नंबर पर है.
किस रफ्तार से बढ़ रही जनसंख्या
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवंबर 2022 में वैश्विक जनसंख्या आधिकारिक तौर पर आठ अरब लोगों तक पहुंच चुकी है. हालांकि धरती पर शुरूआत से ही ये स्थिति नहीं थी. आंकड़ों के मुताबिक 1955 में पृथ्वी पर 2.8 बिलियन लोग थे. लेकिन आज यह अकेले भारत और चीन की जनसंख्या के बराबर है.
2050 में कितनी होगी जनसंख्या
दुनियाभर में बहुत तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्ष 2050 तक भारत और चीन के बाद नाइजीरिया विश्व का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा. जिसके बाद क्रमश संयुक्त राज्य अमेरिका, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ब्राजील, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, इथियोपिया और बांग्लादेश का स्थान होगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2050 तक दुनिया की जनसंख्या 9.7 बिलियन तक पहुंच जाएगी. वहीं इसमें अकेले भारत की जनसंख्या 1.67 बिलियन तक पहुंच जाएगी. इसके बाद चीन की जनसंख्या 1.31 बिलियन और नाइजीरिया की जनसंख्या 377 मिलियन तक पहुंच जाएगी. हालांकि कई देश बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए काम कर रहे हैं
एक दिन में लाखों लोग लेते हैं जन्म
रिपोर्टस के मुताबिक 2022 में दुनिया भर में लगभग 134 मिलियन बच्चे पैदा हुए हैं. यानी हर दिन औसतन 367,000 नवजात बच्चे पैदा हुए हैं. हालाँकि यह संख्या बहुत ज़्यादा लग सकती है, लेकिन असल में आकड़ें बताते हैं कि वास्तव में 2001 के बाद से नवजात शिशुओं की सबसे कम संख्या है. आसान भाषा में पहले की तुलना में कम बच्चों ने जन्म लिया है, लेकिन उसके बावजूद जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है.
वैश्विक चिंता
दुनियाभर में बढ़ती जनसंख्या एक वैश्विक समस्या है. कई देश इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और इसको कम करने के लिए काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं कई देशों में 1 से 2 बच्चे पैदा करने का सख्त कानून भी है.
ये भी पढ़ें: तलाक की राजधानी' कानो में क्यों मनाई जा रही शादीशुदा जोड़े की 50वीं सालगिरह, क्या है इसकी वजह?