Online Gambling In India: बृहस्पतिवार को तमिलनाडु विधानसभा ने ऑनलाइन जुए पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को पारित किया. ऑनलाइन जुए का बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब पैसा गंवाने के बाद लोगों ने आत्महत्या कर ली. लोग एक छोटी रकम से इसकी शुरुआत करते हैं. अगर वो हार जाते हैं तो अपने नुकसान की भरपाई के जुनून में फिर से दांव खेलते हैं, और यदि जीत जाते हैं तो उनका लालच फिर से दांव खेलने पर मजबूर कर देता है. इस तरह उन्हे पता ही नही चलता कि कब उन्हे इसकी लत लग जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं ऑनलाइन सट्टा क्या है और भारत में इसका बाजार कितना बड़ा है.
कोरोना काल में बढ़ा ऑनलाइन सट्टे का बाजार
कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन गैम्बलिंग या ऑनलाइन सट्टे का क्रेज काफी बढ़ा है. भारत में भी ऑनलाइन सट्टे का बाजार तेजी से फल-फूल रहा है. फैंटेसी क्रिकेट, ऑनलाइन रमी, पोकर, तीन पत्ती, फेयर प्ले जैसे न जाने कितने गैम्बलिंग प्लेटफॉर्म एक्टिव हैं. महामारी ने भारत में सट्टेबाजी युक्त ऑनलाइन गेमिंग को बढ़ावा दिया है. विश्लेषकों के अनुसार, भुगतान से जुड़े गेमिंग बाजार में 2.4 करोड़ (24 मिलियन) से अधिक भारतीय जुड़ गए हैं.
ये है मुख्य वजह
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के मुताबिक, स्मार्टफोन डिवाइस भारत के गेमिंग उद्योग को बढ़ावा मिलने की मुख्य वजह है. स्मार्टफोन के इस्तेमाल ने गेमिंग उद्योग के विकास को गति दी है. ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े ज्यादातर गेम स्मार्टफोन पर ही खेले जाते हैं. घर-घर में किफायती इंटरनेट की पहुंच और अच्छी गेमिंग क्षमताओं वाले तेज स्मार्टफोन ने भी इस बाजार को गति दी है.
हर साल 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा बाजार
पिछले साल 1 अप्रैल को कांग्रेस सांसद डीन कुरियाकोस ने ऑनलाइन गेमिंग (रेगुलेशन) बिल, 2022 पेश किया था. जिसमें बताया गया था कि भारत में साल 2022 में लगभग 42 करोड़ सक्रिय ऑनलाइन गेमर्स हैं. साल 2021 में लगभग 39 करोड़ (390 मिलियन), 2020 में 36 करोड़ और 2019 में 30 करोड़ (300 मिलियन) सक्रिय गेमर्स दर्ज किए गए थे. भारतीय ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री हर साल करीब 30 प्रतिशत की दर से फल-फूल रही है. इसी बिल में बताया गया था कि साल 2025 तक इसके 5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लेन-देन-आधारित खेलों के राजस्व में 26% की वृद्धि हुई है.
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