What Is IMAX: दुनिया भर में क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म 'ओपेनहाइमर' के बारे में बहुत चर्चा हो रही है. 21 जुलाई 2023 को देशभर के सिनेमाघरों में इस फिल्म ने रिलीज होकर धमाल मचाया है, और वर्तमान में इसके शोज हाउसफुल चल रहे हैं. 'ओपेनहाइमर' के साथ-साथ IMAX फॉर्मेट की भी बहुत चर्चा हो रही है. फिल्म के मेकर्स ने इसे आईमैक्स कैमरे से शूट किया है. इससे दर्शकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आईमैक्स शूट क्या होता है और इस फॉर्मेट में रिलीज की जाने वाली फिल्मों में क्या अंतर होता है? आइए समझते हैं.
'ओपेनहाइमर' एक अमेरिकी भौतिक विज्ञानी जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर की बायोपिक है. ओपेनहाइमर अमेरिका के पहले परमाणु बम के निर्माता थे, जिनके ऊपर डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन ने इस फिल्म को बनाया है.
क्या है IMAX?
आईमैक्स कैमरे से शूट की गई फिल्में आम फिल्मों से कैसे अलग होती हैं, इसको समझने के लिए हमें उदाहरण के माध्यम से समझना बेहद आसान है. आईमैक्स थिएटर में रिलीज होने वाली 'धूम 3' यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म रही और यह पहली हिंदी फिल्म थी जो आईमैक्स फॉर्मेंट में बनाई गई थी. आईमैक्स में देखने से दर्शकों को एक नया और विस्तृत अनुभव मिलता है. स्क्रीन्स की बड़ी साइज और शानदार ऑडियो व्यवस्था से यह फिल्में दर्शकों को वाहवाही का संघर्ष महसूस कराती हैं. उदाहरण के रूप में, पानी से भरे दृश्यों को देखने से ऐसा लगता है कि दर्शक खुद उस स्थान पर मौजूद हैं.
क्या है IMAX की फुल फॉर्म?
आईमैक्स एक एडवांस टेक्नोलॉजी है, जिसमें 70mm तक की उच्च-रेजोल्यूशन दिखाई जाती है. यह तकनीक कनाडा की कंपनी IMAX कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित की गई है. इसे 1967 में स्थापित किया गया था और इसका नाम शब्द "Image MAXimum" से लिया गया है.
सामान्य थिएटर और आईमैक्स थिएटर में अंतर
आईमैक्स थिएटर में दर्शकों को वाइड स्क्रीन्स और उच्च गुणवत्ता वाला ऑडियो अनुभव मिलता है. इसके साथ हाई-टेक स्पीकर्स लगे होते हैं, जिससे दर्शकों को फिल्म के दुनिया में होने का एहसास होता है. सामान्य थिएटर्स में पिक्चर और ऑडियो की गुणवत्ता साधारण होती है. इसके अलावा, आईमैक्स थिएटरों की स्क्रीन्स सामान्य थिएटरों की तुलना में बड़ी होती हैं.
होना पड़ता है सर्टिफाइड
आईमैक्स फिल्में शूट करने के लिए फिल्ममेकर्स को पहले सर्टिफाइड होना पड़ता है. भारत में 2323 IMAX थिएटर संचालित होते हैं. आईमैक्स में रिलीज करने और आईमैक्स कैमरे से शूट करने के बीच बड़ा अंतर होता है. आईमैक्स फिल्में शूट करने के लिए 65 mm कैमरे का उपयोग किया जाता है.
यह भी पढ़ें - इस देश में नहीं कोई रेलवे और रोड सिस्टम, लोग करते हैं हेलीकॉप्टर, नाव और कुत्तों की गाड़ी से सवारी