भारत में जब भी मौसम को किसी प्रकार से डिफाइन किया जाना होता है तो ऑरेंज अलर्ट जैसे कई कोड जारी कर दिए जाते हैं. इससे मौसम की स्थिति के बारे में बताया जाता है. हाल ही में उत्तर भारत के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ऑरेंज अलर्ट कोड का मतलब क्या होता है. अगर नहीं तो चलिए आज इसे समझ लेते हैं.


क्या होता है ऑरेंज अलर्ट?
हाल ही में मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बढ़ती ठंड के बीच इस चेतावनी ने लोगों की बेचैनी और बढ़ा दी है, लेकिन क्या आप जानते मतलब क्या है. दरअसल ऑरेंज अलर्ट का मतलब बारिश से है. जिन जिलों में ये अलर्ट जारी किया गया है वहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है. वहीं दूसरे शब्दों में समझें तो ऑरेंज अलर्ट का मतलब भारी बारिश से होता है. इस अलर्ट को जारी किए जाने का सीधा मतलब यही है कि मौसम फिलहाल काफी खराब है और लोगों को बाहर नहीं निकलना है. यदि बाहर निकलना बहुत जरूरी भी है तो उस समय सावधानी जरूर बरतें.


मौसम विभाग चक्रवातीय तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 65 से 75 किमी प्रति घंटा होने की आशंका के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी करता है. इस अलर्ट के दौरान खतरनाक बाढ़ आने की आशंका होती है. इसलिए मौसम विभाग इस अलर्ट के जरिए आने वाली सभी परेशानियों के लिए तैयार रहने की चेतावनी देता है. जिसके जरिए लोग सतर्क हो जाएं और अपने कार्य भी मौसम को देखते हुए करें.                                                   


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