Owl Fact: उल्लू की सवारी के साथ देवी लक्ष्मी का जुड़ाव है. माना जाता है कि उल्लू के पास खास इंद्रियां होती हैं, जब दुनिया अंधेरे में होती है तो वह चीजों को समझने की क्षमता रखता है. सामान्य अनभिज्ञता के समय में इसकी तेज जागरूकता दूरदर्शिता और सतर्कता का प्रतीक है. अक्सर अपने बड़ों को या अपने आसपास के लोगों को हमने बहुत से मुहावरे और लोकोक्तियां इस्तेमाल करते सुना है. ऐसा ही एक मुहावरा है 'उल्लू का पट्ठा'. यानी किसी को बेवकूफ कहना हो तो हम उल्लू शब्द से बने मुहावरे का जिक्र कर लेते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उल्लू काफी तेज होते हैं.


अलग-अलग देशों में है इसकी अलग मान्यता


उल्लू की मान्यता विभिन्न संस्कृतियों तक फैली हुई है. पश्चिमी मान्यताओं में उल्लू ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है. चीनी संस्कृति उन्हें अच्छे भाग्य और सुरक्षा से जोड़ती है, जबकि जापान में वे समस्या-समाधान का प्रतीक हैं. प्राचीन यूनानी लोग उल्लू को समृद्धि का वाहक मानते थे. पूरे यूरोप में उन्हें अंधेरी ताकतों और जादू के खिलाफ रक्षक के रूप में देखा जाता है.


ग्रंथों में भी मिलता है जिक्र


प्राचीन ग्रंथों में उल्लुओं का उल्लेख असामान्य नहीं है. वाल्मीकि रामायण में सुग्रीव ने भगवान राम को उल्लू की सतर्कता से तुलना करते हुए उनके प्रतिद्वंद्वी की चालाक प्रकृति के बारे में सावधान किया. लिंग पुराण में नारदजी को मानसरोवर के निकट निवासी उलूक से संगीत सीखने के बारे में बताया गया है, जिसमें उल्लू की विशिष्ट हूटिंग विशिष्ट संगीत नोट्स का प्रतिनिधित्व करती है. कुल मिलाकर उल्लू चाहे धार्मिक ग्रंथों में हो या सांस्कृतिक मान्यताओं में, दूरदर्शिता, सतर्कता, ज्ञान और कुछ जगह समृद्धि के दूत के रूप में इसे स्वीकार्य किया जाता है.


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